कांग्रेस अब भंगार में निकालने जैसा दल बन गया है, यह बात अब उसके नेताओं के ध्यान में भी आ गई है । इसलिए मोहनदास गांधी ने ७ दशक पूर्व कांग्रेस को विसर्जित करने की जो बात कही थी, अब कांग्रेस को उसे स्वीकार कर कांग्रेस को विसर्जित कर देना चाहिए !
नई दिल्ली – चुनावों में हार, अब कांग्रेस के लिए सामान्य बात हो चुकी है । बिहार और अन्य राज्यों में हुए चुनावों में हुई हार के उपरांत भी कांग्रेस नेतृत्व के संदर्भ में अभीतक कोई विचार नहीं हुआ है । कदाचित उन्हें ऐसा लगता होगा कि सबकुछ ठीक चल रहा है और यह एक सामान्य घटना है । कांग्रेस नेता तथा पूर्व केंद्रीयमंत्री कपिल सिब्बल ने उक्त शब्दों में अपने दल के नेतृत्व की आलोचना की है । इससे पूर्व भी सिब्बल और अन्य कुछ नेताओं ने दल के नेतृत्व में बदलाव करने के संदर्भ में पत्र लिखा था । बिहार चुनाव में ७० स्थानोंपर चुनाव लडकर भी केवल १९ स्थानों पर जीत की सफलता मिली थी । राजद और कांग्रेस के महागठबंधन का काम ठीक से न होने से महागठबंधन को बहुमत से दूर रहना पडा था । इस विषय में सिब्बल ने यह आलोचना की है ।
(सौजन्य : ABP NEWS)
एक अंग्रेजी समाचारपत्र के साथ की गई भेंटवार्ता में कपिल सिब्बल से पूछे गए प्रश्न का उत्तर देते हुए उन्होंने कहा कि मैं यहां अपना व्यक्तिगत मत रख रहा हूं । मैने इस विषयपर हमारे नेतृत्व को अपना पक्ष रखते हुए नहीं सुना है । नेतृत्व के संदर्भ में मुझतक जो लोगों की आवाज पहुंचती है, उतना ही मुझे ज्ञात होता है ।