पोखरण (राजस्थान) – रक्षा अनुसंधान एवं विकास संस्था ने (‘डीआरडीओ’ ने) २२ अक्टूबर को सवेरे ६.४५ बजे यहां के सैन्य अड्डे पर टैंकविरोधी क्षेपणास्त्र ‘नाग’ का किया गया अंतिम परीक्षण सफल सिद्ध हुआ है । इस क्षेपणास्त्र के द्वारा १० किमी दूरी पर स्थित टैंक को भी उडाया जा सकता है । भविष्य में यह क्षेपणास्त्र लडाकू हेलिकॉप्टर पर लगाया जाएगा । इस सफल परीक्षण के कारण भारत को अब इस्राईल और अमेरिका से ऐसी क्षमता के क्षेपणास्त्रों का आयात करने की आवश्यकता नहीं रहेगी ।
#WATCH: The successful final trial of Nag anti-tank guided missile conducted earlier today at Pokhran field firing ranges in Rajasthan.
The missile is now ready for induction into the armed forces. pic.twitter.com/lsExIBbefR
— ANI (@ANI) October 22, 2020