विपक्ष के नेपाली नेता द्वारा नेपाली भूमि पर चीनी अतिक्रमण के साक्ष्य प्रस्तुत

जो काम नेपाल सरकार का है, वह विपक्ष के नेता को करना पडता है ! नेपाल के हिन्दू कब तक कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार के विश्वासघाती प्रशासन को सहन करेंगे ? इस सरकार को वे कब घुटनों पर लाएंगे ? भारतीय हिन्दुओं के मन में ऐसे प्रश्न उठ रहे हैं !

पूर्व केंद्रीय मंत्री जीवन बहादुर शाही

काठमांडू (नेपाल) – नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी सरकार ने इस बात से इनकार किया है कि चीन ने नेपाल के क्षेत्र में घुसपैठ कर उस पर अवैध नियंत्रण किया है । नेपाली कांग्रेस के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जीवन बहादुर शाही, जो अब देश की मुख्य विपक्षी पार्टी हैं, ने कहा, ‘मुझे सीमा पर चीनी अतिक्रमण के साक्ष्य मिले हैं’ तथा उन्होंने पार्टी की केद्रीय समिति को एक विस्तृत रिपोर्ट भेजी है ।

१. जीवन बहादुर शाही ने नेपाली समाचार ‘ख़बर हब´ को बताया, हुमला ´जिले में चीन द्वारा अतिक्रमण किया गया है । वहां उसने सीमा पर पिलर नंबर १२ के पास निर्माण किया है । कुछ सरकारी अधिकारियों ने भी उस क्षात्र का दौरा किया और बताया कि चीन ने इस क्षेत्र में घुसपैठ की है । मुझे अभी भी विश्वास नहीं हो रहा है, कि चीन ने घुसपैठ की है । नेपाली सरकार इसे स्वीकार क्यों नहीं करती ? ‘

२. शाही ने कहा कि चीन ने अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन किया है । नेपाली क्षेत्र के अतिक्रमण का विरोध करने के पश्चात चीन ने हुमला के लोगों के लिए खाद्य सामग्री ले जाने वाले ट्रकों को रोक दिया है । अंतरराष्ट्रीय कानून के अंतर्गत कोई भी सरकार खाद्यपदार्थ के परिवहन नहीं रोक सकती । चीन ने यहां के टेलीफोन संचार टॉवर पर भी नियंत्रण कर लिया है । स्थानीय लोगों को अब चीनी टॉवर का उपयोग करना होगा ।