नागालैंड भारत के बाहर का भाग है ऐसा कहने वाले ‘फ्लिपकार्ट’ की क्षमा याचना

  • ऐसे विदेशी आस्थापनों द्वारा इस प्रकार के विधान करने पर अपराध प्रविष्ट कर संबंधित लोगों को कारागृह में डाल देना चाहिए !

  • राष्ट्रीय एकता पर आघात करने वाली ऐसी घटनाओं पर सरकार कुछ क्यों नहीं बोलती ? करोडों भारतियों के बल पर व्यवसाय कर भारत में ही फूट का बीज बोने वाले ऐसे विदेशी आस्थापनों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही करना राष्ट्र प्रेमियों को अपेक्षित है !

नई देहली- नागालैंड को भारत के बाहर का भाग कहनेवाले ऑनलाइन वस्तुओं की बिक्री करने वाले ‘फ्लिपकार्ट’ ने भारतियों के विरोध के पश्चात क्षमा याचना की है । फ्लिपकार्ट ने कहा है कि ‘लापरवाही के कारण ऐसी गलती हुई है ।’

फ्लिपकार्ट के फेसबुक पृष्ठ पर एक व्यक्ति ने पोस्ट कर लिखा था कि ‘फ्लिपकाट नागालैंड में वस्तुओं का वितरण क्यों नहीं करता ? वह भारत का एक राज्य है । फ्लिपकार्ट को सभी राज्यों के साथ समानता का व्यवहार करना चाहिए ।’ इस पर फ्लिपकार्ट ने उत्तर देते हुए लिखा था कि, ‘आप हमसे वस्तुएं खरीदना चाहते हैं यह प्रशंसनीय है; परंतु हमारे विक्रेता भारत के बाहर सेवा नहीं देते ।’ इस पर फ्लिपकार्ट का विरोध होने पर उसने क्षमा मांगी है ।