भाजपा के पदाधिकारी मनीष शुक्ला की पुलिस थाने के सामने ही गोलियां मारकर हत्या

बंगाल में भाजपा नेताओं की हत्याओं की शृंखला चल ही रही है !

  • अन्य समय देश में कहीं भी पाखंडी आधुनिकतावादियों की हत्या होने पर जमीन आसमान एक करनेवाले आधुनिकतावादी और धर्मनिरपेक्षतावादी बंगाल में निरंतर भाजपा के कार्यकर्ताओं क हत्या होने पर मुंह क्यों नहीं खोलते ? कि क्या वे चाहते हैं कि ‘भाजपा के नेताओं, कार्यकर्ताओं की हत्या होनी ही चाहिए ?’

  • बंगाल में पुलिस थाने के सामने ही हत्या होती है, इससे वहां कानून और व्यवस्था की स्थिति स्पष्ट होती है !

  • केंद्र में सत्ता में होते हुए भाजपा के कार्यकर्ताओं की बंगाल में हत्या होना तथा वे रोकी न जाना, यह हिन्दुओं के लिए चिंता की बात है । केंद्र की भाजपा सरकार को बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की सरकार भंग कर वहां राष्ट्रपति शासन लागू करना चाहिए और स्वयं के दल के नेताओं और कार्यकर्ताओं के प्राण बचाने चाहिए, ऐसा हिन्दुओं को लगता है !

  • कश्मीर से तमिलनाडु तक भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं की हत्या होते हुए भाजपा को वह रोकने के लिए विशेष प्रयत्न करने चाहिए, ऐसा हिन्दुओं को लगता है !
भाजपा के जिला समिति के सदस्य और भूतपूर्व पार्षद मनीष शुक्ला

कोलकाता – बंगाल स्थित २४ परगना जनपद के टीटागढ पुलिस थाने के सामने ही भाजपा के जिला समिति के सदस्य और भूतपूर्व पार्षद मनीष शुक्ला की अज्ञातों ने गोली मारकर हत्या कर दी है । इस घटना के उपरांत परिसर को छावनी का रूप प्राप्त हो गया है तथा शहर में तनाव का वातावरण उत्पन्न हो गया है । इस हत्या के पश्चात भाजपा नेताओं ने बैरेकपुर में बंद का आवाहन किया है तथा राज्यपाल ने घटना को संज्ञान में लेकर कानून और व्यवस्था पर चर्चा करने के लिए राज्य के पुलिस महानिदेशक और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को राजभवन में बुलाया है ।

१. मनीष शुक्ला ४ अक्टूबर रात्रि ८ बजे के लगभग भाजपा कार्यालय में बैठे हुए थे । उस समय दोपहिया वाहन पर आए हुए अज्ञातों ने शुक्ला पर गोलीबारी की । इसमें वे गंभीर रूप से घायल हो गए; परंतु उपचारों के समय उनकी मृत्यु हो गई । इस गोलीबारी में एक और व्यक्ति घायल हो गया है ।

२. भाजपा के नेता कैलाश विजयवर्गीय ने मनीष शुक्ला की हत्या का अन्वेषण सी.बी.आई. से करवाने की मांग की है ।