नरसिंहपुर (मध्यप्रदेश) में, पीडिता ने आत्महत्या कर ली क्योंकि पुलिस ने सामूहिक बलात्कार का प्रकरण प्रविष्ट नहीं किया

  • शिकायत दर्ज न करने पर पुलिस अधिकारी गिरफ्तार

  • मुख्यमंत्री के आदेश के उपरांत कार्रवाई

  • यदि मुख्यमंत्री ने आदेश नहीं दिया होता, तो अन्य पुलिसकर्मी ऐसे पुलिसवालों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं करते, यह ध्यान रखें ! क्या यह समझा जाए कि चोर चोरों की सहायता करते हैं और पुलिसकर्मी अपराधी पुलिसवाले की सहायता करते हैं ?
  • सरकार ऐसे पुलिसकर्मियों को मृत्यु दंड दिलाने का प्रयास करे, तभी दूसरे भयभीत होंगे !
  • बलात्कारियों को शीघ्र दंड नहीं दिया जाता और यदि दिया भी जाता है तो वह कठोर नहीं होती । क्या शासकों को लगता है कि यदि पुलिस अब इस तरह का व्यवहार कर रही है, तो पीडितो को आत्महत्या कर लेनी चाहिए ? सरकारी तंत्र के लिए यह लज्जास्पद है !

नरसिंहपुर (मध्य प्रदेश) – यहां सामूहिक बलात्कार होने के बाद एक महिला ने आत्महत्या कर ली क्योंकि पुलिस ने चार दिनों तक उसकी परिवाद प्रविष्ट नहीं की । इसके लिए जिम्मेदार एक पुलिस अधिकारी को गिरफ्तार किया गया है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा स्थानीय पुलिस अधिकारी के विरुद्ध परिवाद प्रविष्ट करने के आदेश दिए जाने के बाद गिरफ्तारी हुई। इस आदेश के बाद, २ वरिष्ठ अधिकारियों का स्थानान्तरण कर दिया गया । (स्थानान्तरण का अर्थ है कि संबंधित अधिकारी किसी अन्य स्थान पर अपराध करने के लिए स्वतंत्र हैं! – संपादक) पुलिस ने कहा कि इस महिला ने ३ लोगों द्वारा बलात्कार करने के उपरांत आत्महत्या कर ली ।