‘आयकेई’ प्रतिष्ठान अमेरिका के योगासन अभियान को तुच्छ समझनेवाला वीडियो वापस लेकर क्षमा याचना करे !- अमेरिका स्थित संतप्त हिन्दुओं की मांग

नेवाडा(अमेरिका) – घरेलु टेबल-कुर्सी आदि ‘फर्नीचर’ बनानेवाले बहुराष्ट्रीय विक्रेता ‘आयकेई’ ने कुछ दिन पूर्व ही सामाजिक प्रसार-माध्यमों पर प्रसारित किए गए वीडियो में ‘आयकेई प्रोडक्ट’ ने योगाभ्यास को तुच्छ दर्शाया है । हिन्दुओं ने इस वीडियो को वापस लेकर तुरंत क्षमा याचना करने की मांग की है । अमेरिका स्थित हिन्दू धार्मिक नेता राजन जेद ने इस विषय में निवेदन दिया है ।

प्रस्तुत निवेदन में उन्होंने कहा है कि आयकेई प्रतिष्ठान के प्रसारित वीडियो द्वारा योग के प्राचीन महत्व को अत्यंत तुच्छ दर्शाया गया है, जो सर्वथा अनुचित है । योग ईश्वर के साथ एकरूपता साध्य करता है । योग हिन्दुओं के ६ तत्वज्ञान प्रणालियों में से एक है । योग चैतन्य-प्राप्ति के साथ आत्मशुद्धि और मुक्ति के लिए है । ऐसा होते हुए भी व्यावसायिक लोभ के लिए मार्टिनी (मदिरा का एक प्रकार) गिलास के साथ योग और आसन को तौलना सर्वथा अनुचित है ।

हिन्दू धर्म की मान्यता, प्रथा और परंपराओं का व्यावसायिक अथवा अन्य किसी बात के लिए उपयोग करना उचित नहीं है ! धार्मिक कारण और अध्यात्मिक प्रथाओं का उपहास ना उडाएं ।

(व्यापारी लालच के लिए मार्टिनी ग्लास के साथ योग और आसन की तुलना करते हुए आइकिया स्थापना का वीडियो)

इंग्का समूह के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जेस्पर ब्रॉडिन और इंटर आयकेई समूह के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टोबर्जन लोफ को यह वीडियो प्रसारित कर हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के संदर्ग में क्षमा मांगनी चाहिए !

(उपरोक्त चित्रों और वीडियो का उद्देश्य किसी की धार्मिक भावनाओं को आहत करना नहीं है। यह तथ्यों को जानने के उद्देश्य से प्रकाशित किया गया है। – संपादक)