माथे पर तिलक लगाकर चैनल पर निवेदन करना दोष है क्या ?

केंद्र सरकार के ‘कारण बताओ’ नोटिस को ‘सुदर्शन न्यूज’ का उत्तर

नई देहली – हमने कुछ भारतीय संगठनों के विदेशी आतंकवादियों के मध्य संबंध ढूंढ निकाले हैं । यही वे आतंकवादी मुसलमान हैं, तो इसमें हमारा दोष है क्या ? माथे पर तिलक लगाकर चैनल पर निवेदन करना, यह कोई दोष है क्या ?, ‘सुदर्शन न्यूज’ चैनल ने केंद्र सरकार के कारण बताओ नोटिस के उत्तर में सरकार से ही ऐसे प्रश्न पूछे हैं । ‘मुझे केवल हमारी पवित्र संस्कृति और हमारे पूर्वजों के प्रति पूर्ण श्रद्धा है’, इस कारण मैं मुसलमानों का विरोधी हूं, क्या ऐसा प्रतीत होता है ? ‘सुदर्शन न्यूज’ के मुख्य संपादक श्री सुरेश चव्हाणके ने ऐसा प्रश्न भी प्रस्तुत किया है ।

इस चैनल के ‘बिंदास बोल’ कार्यक्रम में ‘यूपीएससी जिहाद‘ कार्यक्रम के लिए केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय की ओर से यह नोटिस भेजी गई थी । ‘यूपीएससी जिहाद‘ के विषय पर एक कार्यक्रम में ‘जकात फाऊंडेशन‘ एक आतंकवादी संगठन द्वारा कथित तौर पर सहायता करता था और उसी पैसे का उपयोग उन मुस्लिम उम्मीदवारों की मदद करने के लिए करता था, जो सार्वजनिक सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे थे ।

श्री चव्हाणके ने सरकार के नोटिस को लगभग १ सहस्र पृष्ठों का उत्तर दिया है । इसमें पृष्ठ ५ उन्होंने ट्विटर पर प्रसारित किया है, जिसमें उपरोक्त जानकारी दी गई है । ‘आगे कुछ दिनों में इस उत्तर की और महत्वपूर्ण जानकारी प्रसारित की जाएगी’, ऐसा उन्होंने कहा है । हमसे १३ प्रश्न पूछे गए थे; परंतु हमने ६३ पृष्ठों के उत्तर दिए हैं । इन उत्तरों में हमसे समाज और सामाजिक माध्यमों द्वारा पूछे गए प्रश्न भी संलग्न हैं । हमारे विरुद्ध षडयंत्र रचा गया है, इसे उजागर करने के लिए यह जानकारी देना आवश्यक है, ऐसा उन्होंने कहा है ।

राष्ट्रीय सुरक्षा संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी का खुलासा अधूरा रह गया

श्री सुरेश चव्हाणके ने इस पत्र में कहा है कि शोध पत्रकारिता पर आधारित यह कार्यक्रम कानूनी प्रपंच में उलझ गया । इसके साथ राष्ट्रीय सुरक्षा संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी का खुलासा अधूरा रह गया । सभी आरोपी इसे नष्ट करने का प्रयास कर रहे हैं !