सोविएत रूस से स्वतंत्र हुआ आर्मेनिया और अजरबेजान, इन दोनों देशों में युद्ध प्रारंभ

रनगाडे, हेलिकॉप्टर्स और ड्रोन उद्ध्वस्त : सोलह की मौत

मॉस्को (रूस) – भारत और चीन में युद्ध की संभावना रहते सोविएत रूस से अलग हुए आर्मेनिया और अजरबेजान में दोनों देशों की सीमा को लेकर युद्ध छिडा है । दोनों देशों ने एक-दूसरे के यिरुद्ध युद्ध की घोषणा कर दी है । एक-दूसरे पर तोप, रनगाड (टैंक) और हेलिकॉप्टर द्वारा आक्रमण आरंभ हो रहे हैं । युद्ध में अब तक सोलह की मौत तो सौ से भी अधिक घायल हुए हैं । आर्मेनिया ने देश में ‘मार्शल लॉ’ लागू करके सभी सैनिकों को सीमा पर जाने के निर्देश दिए हैं ।

(सौजन्य : TV9 Bharatvarsh)

१. आर्मेनिया के संरक्षण मंत्रालय से प्रसारित पत्रिका में अजरबेजान की सेना ने सीमा पास के शहर स्टेपनकर्ट के निवासी प्रदेश पर सत्ताईस सितंबर की रात आठ बजकर दस मिनट पर किए आक्रमण के प्रत्युत्तर में आर्मेनिया के सुरक्षा दलों ने अजरबेजान के दो हेलिकॉप्टर्स और तीन ड्रोन मार गिराए, और तीन रनगाडों को भी उडा दिया । इस विषय में आर्मेनिया ने एक चलत-चित्र भी प्रसारित किया है, जिसमें रनगाडों को उडाने का चित्रण है ।

आर्मेनिया के इस स्पष्टीकरण के उत्तर में अजरबेजान ने कहा कि उसने युद्ध प्रभावित सीमा के निकट रहनेवाले नागरिकों की सुरक्षा के लिए कारवाई की थी ।

युद्ध की पार्श्वभूमि

दोनों देशों में चार सहस्र चार सौ वर्ग कि.मी. के नागोर्नो-काराबाख भूप्रदेश के नियंत्रण को लेकर विवाद हैं । अंतर्राष्ट्रीय नियमों के अनुसार नागोर्नो अजरबेजान का प्रदेश है; किंतु इस पर आर्मेनिया के जातीय दलों ने नियंत्रण पा लिया है । वर्ष उन्नीस सौ इक्यानबे में आर्मेनिया के जातीय दलों ने इस प्रदेश को स्वतंत्रता प्राप्त करवाई है, ‘ऐसी घोषणा की’; किंतु अजरबेजान ने इस अधिकार को अमान्य कर दिया और इसी को लेकर दोनों देशों में संघर्ष है ।