डेमोक्रेटिक पार्टी में ‘हिन्दू फोबिया’ है और उनके नेता भी इस पर चुप हैं ! – ‘हिन्दू अमेरिकन फाऊंडेशन’ का आरोप

संयुक्त राज्य अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव

इसमें कोई संदेह नहीं कि डेमोक्रेटिक पार्टी द्वारा हिन्दुओं को तुच्छ समझा जाता है । चुनाव जीतने के लिए सभी दल अल्पसंख्यक समुदाय को लालच देने का प्रयास करते हैं । डेमोक्रेटिक पार्टी भी ऐसे प्रयास कर रही है । हिन्दुओं को सोचना चाहिए कि चुनाव जीतने के उपरांत वे हिन्दुओं की कितनी सहायता करेंगे !

वाशिंगटन (यूएसए) – पिछले कुछ वर्षों में डेमोक्रेटिक पार्टी में हिन्दुओं के प्रति घृणा और तिरस्कार (हिन्दू फोबिया) बढ गए हैं । हिन्दू अमेरिकन फाऊंडेशन ने आरोप लगाया है कि डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता भी इस मुद्दे पर चुप हैं । नवंबर में होनेवाले राष्ट्रपति चुनाव में हिन्दू फोबिया के मुद्दे पर भूमिका स्पष्ट न करने पर रिपब्लिकन पार्टी को समर्थन देने का संकेत दिया गया है । इस चुनाव में अल्पसंख्यकों और अन्य समुदायों के मतों को महत्वपूर्ण माना जाता है । अमेरिका में हिन्दू मतदाताओं की संख्या निर्णायक होने जा रही है । रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार ट्रम्प और डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बायडेन हिन्दू मतदाताओं के मन जीतने का प्रयास कर रहे हैं । संयुक्त राष्ट्र में अधिकांश हिन्दू मतदाता डेमोक्रेटिक पार्टी के पक्ष में थे । इसके अतिरिक्त, हिन्दुत्ववादी संगठन ने आरोप लगाया है कि डेमोक्रेटिक पार्टी में ‘हिन्दू फोबिया’ बढ गया है और पार्टी को संभवत: इसका परिणाम भोगना पडेगा ।

१. हिन्दू अमेरिकन फाऊंडेशन ने सोशल मीडिया पर कहा है कि हिन्दू मतदाता डेमोक्रेटिक पार्टी छोड रहे हैं । उनके साथ चर्चा करने के उपरांत, इसका वास्तविक कारण सामने आ रहा है । डेमोक्रेटिक पार्टी में एक समूह हिन्दुओं के विरुद्ध घृणा फैला रहा है; हालांकि, पार्टी के नेता इस पर सहज चुप्पी साधे हुए हैं । पहले के हिन्दू सांसद तुलसी गबार्ड, टेक्सास से डेमोक्रेटिक उम्मीदवार श्रीनिवास कुलकर्णी और डेमोक्रेटिक पार्टी से संबद्ध पद्मा कुप्पा को भी हिन्दू फोबिया का सामना करना पडा है ।

२. अमेरिका में लगभग २० लाख हिन्दू मतदाता हैं । जो बायडेन ने हिन्दू अमेरिकियों के लिए ‘हिन्दू अमेरिकन्स फॉर बायडेन´ नामक एक अभियान आरंभ किया है । बायडेन ने हिन्दू समुदाय के विरुद्ध अन्याय और भेदभाव के मुद्दे पर ध्यान देने का वादा किया है ।