इस प्रकार झूठे आरोप लगाकर भारत को आक्रामक सिद्ध करने के चीन के कुटिल षड्यंत्र को ध्वस्त कर सरकार को उसे जैसे को तैसा उत्तर देना चाहिए !
पैंगांग (लद्दाख) : चीनी सैनिकों ने शोर मचाया है कि भारतीय सैनिकों द्वारा पूर्व लद्दाख में प्रत्यक्ष नियंत्रणरेखा को पार कर गोलीबारी की गई है । चीन ने यहां की एक पहाडी पर गोलीबारी होने का दावा किया है । चीन के सरकारी समाचारपत्र ‘ग्लोबल टाइम्स’ ने यह समाचार दिया है ।
वेस्टर्न थिएटर कमांड के प्रवक्ता झांग शुई ने बताया कि भारतीय सैनिकों ने पैंगांग सो के पास स्थित शेनपाओ में प्रत्यक्ष नियंत्रणरेखा पार कर गश्त लगानेवाले हमारे सैनिकोंपर गोलियां चलाईं ।(‘वॉर्निंग शॉट्स फायर’ किए) उसके पश्चात स्थिति नियंत्रित करने हेतु चीनी सैनिकों को भी गोलाबारी करनी पडी । भारत ने द्विपक्षीय अनुबंध का उल्लंघन किया है, जिससे इस क्षेत्र में तनाव बढेगा । भारत इस प्रकार के कृत्य करना रोके और जिन सैनिकों ने गोलाबारी की है, उन्हें कठोर दंड दे । साथ ही पुनः इस प्रकार की घटनाएं न हों; इसकी सावधानी बरतें । हमारे सैनिक कर्तव्य का निर्वहन करेंगे और देश की सुरक्षा के लिए भी वे प्रतिबद्ध हैं ।
India and China on Tuesday allegedly opened fire at disputed borders where using firearms is prohibited under a 1996 agreement between the two countries. https://t.co/BRGjMP7Dyh
— Phil News Agency (@pnagovph) September 8, 2020
चीनी सेना द्वारा हवा में गोलीबारी कर भारतीय चौकियों के पास आने का प्रयास किया – भारतीय सेना द्वारा चीन का झूठ उजागर
पूर्वी लद्दाख में घुसपैठ करने के चीन के आरोप को भारतीय सेना ने खारिज कर दिया है । भारतीय सेना ने यह जानकारी दी कि चीनी सेना ने ही हवा में गोलाबारी की और भारत की चौकियों के पास आने का प्रयास किया । भारतीय सेना ने यह आरोप लगाया कि चीन की ‘पीपल्स लिबरेशन आर्मी’ द्वारा द्विपक्षीय अनुबंध का निरंतर उल्लंघन किया जा रहा है ।
भारतीय सेना द्वारा ७ सितंबर को हुए घटनाक्रम की विस्तृत जानकारी दी गई, जिसमें यह बताया गया कि,
१. चीनी सेना द्वारा दी गई जानकारी अंतरराष्ट्रीय समूह को भ्रमित करने का प्रयास है । भारत ने कभी भी नियंत्रणरेखा पार करना अथवा गोलीबारी करने जैसे आक्रामक कृत्य नहीं किए हैं । इसके विपरीत नियंत्रणरेखा पर शांति बनाए रखने के लिए भारत प्रतिबद्ध है; परंतु चीन निरंतर उकसानेवाले कृत्य कर रहा है ।
२. सेना और राजनीतिक स्तरपर संवाद चलने पर भी चीनी सेना आक्रामकता दिखा रही है । दोनों देशों के ब्रिगेड कमांडर स्तरपर चर्चा चल रही है, तब भी ७ सितंबर को सायंकाल ६ से ७ बजे के लगभग चीनी सैनिकों ने नियंत्रणरेखा पर स्थित भारत की ‘फॉरवर्ड पोस्ट’के पास आने का प्रयास कर अपने सैनिकों को उकसाने का प्रयास किया; परंतु ऐसी स्थिति में भी भारतीय सेना ने संयम रखते हुए शांति और दायित्व के साथ स्थिति को संभाला ।
३. भारतीय सेना शांति रखने के लिए प्रतिबद्ध है, तथापि किसी भी स्थिति में हम राष्ट्रीय अखंडता और संप्रभुता को बनाए रखने के लिए भी तैयार हैं ।
(सौजन्य : इंडिया टुडे)
४० वर्षाें में पहली बार गोलीबारीकुटिल चीन की गतिविधियों के कारण प्रत्यक्ष नियंत्रणरेखा पर विगत ४० वर्षाें में पहली बार गोलाबारी होने की बात बताई जा रही है । (इससे ही ‘चीन को शांति बनाए रखने की इच्छा नहीं है’, इस बात को भारत को विश्व के सामने रखना चाहिए !- संपादक) |