अधिकतर हिन्दू अपने धर्म के अपमान में किसी आस्थापन के विरुद्ध कुछ नहीं कहते, जब कि धर्मांध उनके विरुद्ध योजित करने वाले आस्थापन का तुरंत बहिष्कार करते हैं ।
नई देहली- ‘यूपीएससी जिहाद’ को सुदर्शन टीवीके ‘बिंदास बोल’ कार्यक्रम द्वारा प्रसारित किया जाना था; पर देहली उच्च न्यायालय ने इस कार्यक्रम पर रोक लगा दी है । इस कार्यक्रम के प्रायोजकों में से ‘अमूल’ एक था, तो ऐसी जानकारी सामने आ रही है । इसलिए धर्मांधों ओर से सामाजिक माध्यमों द्वारा ‘अमूल’ के बहिष्कार का आवाहन किया जा रहा है । सामजिक माध्यमों द्वारा बडे पैमाने पर इसका विरोध किया जा रहा हैं ।
‘जनता का रिपोर्टर’ जालस्थल के संस्थापक रिफित जावेद ने ट्वीट किया है कि हम अमूल के बदले विदेशी आस्थापन ब्रिटेनिया का मक्खन प्रयोग करेंगे । हम अपनी पसंद चुनने के लिये स्वतंत्र हैं । मैं कभी भी द्वेष का समर्थन करने वाले व्यक्ति को समर्थन नहीं दे सकता । जावेद के इस ट्वीट पर विभिन्न प्रतिक्रियाएं मिली हैं । ‘ब्रिटेनिया मक्खन को खराब’ कहकर कुछ लोगों ने इसका विरोध किया है ।
As promised, we’ve moved to a new brand of butter! No hard feelings @Amul_Coop. We all are free to make our choices. To me, I can never support a brand or individual who support hate. pic.twitter.com/4HVIJnJ2U7
— Rifat Jawaid (@RifatJawaid) September 1, 2020