इसे यदि ´ निवेदन ´ कहा जाय तो फिर धमकी किसे कहें ? ´ दंगा न हो इसका प्रयत्न करेंगे ´ यह कहने के अपेक्षा ´ यदि पुन: कुछ घटित होता है तो हम जिम्मेदार नहीं ´ , ऎसा कहकर संचारबंदी उठाने की मांग करने को ही ´ उलटा चोर कोतवाल को डांटे ´ कहते हैं ! ´ ऎसे लोगों को पुलीस द्वारा काराग्रह में बंद करना चाहिए ´ , यही जनता चाहेगी !
बेंगलूरू (कर्नाटक) – यहां जो दंगा हुआ था उस प्रकरण के संबंध में शांतिनगर के कांग्रेस विधायक हैरिस के साथ मौलवी ने पुलीस आयुक्त कमल पंत से मिलकर चर्चा की । उस समय मौलवी ने आरोपियों के संदर्भ में आयुक्त को ´ दंगाग्रस्त क्षेत्र से संचारबंदी उठायें । यदि वहां कोई और घटना होती है तो हम जिम्मेदार नहीं होंगे ´, ऎसा ´ निवेदन ´ दिए जाने का वृत्त यहां की ´ पब्लिक टीवी´ वाहिनी ने एक वीडिये का संदर्भ देते हुए समाचार प्रसारित किया है ।
मौलवीने कहा है कि ´ हम घटनास्थल पर गये थे; परंतु वहां की परिस्थिति ठीक नहीं है । वहां की परिस्थिति सामान्य करने के लिए हम संपूर्ण सहकार्य करेंगे । बाणसवाडी क्षेत्र में १६ लोगों को गिरफ्तार किया गया है । उनका इस प्रकरण से क्या संबंध है ? जिनकी गिरफ्तारी हुई है, उनके अभिभावक ´ हमारे बच्चे निदेर्श एवं किशोर हैं ´ , यह कहते हैं । निदेर्श लोगों को गिरफ्तार मत करिये । अभिभावक जब थाने में जाते हैं तो पुलीस ´ हमने गिरफ्तार नहीं किया ´ ऎसा कहती है । सामाजिक माध्यमों में किस किस की गिरफ्तारी हुई है , इसकी जानकारी दी जा रही है ।