मथुरा की श्रीकृष्णजन्मभूमि मुक्त करने के उद्देश्य से साधुओं द्वारा  ‘श्रीकृष्णजन्मभूमि निर्माण न्यास’ की स्थापना

नई देहली -प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अयोध्या में श्रीराममंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन करने के कुछ दिनों उपरांत मथुरा की श्रीकृष्णजन्मभूमि मुक्त करने के लिए साधुओं ने अब ‘श्रीराममंदिर तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट’ की धरती पर  ‘श्रीकृष्णजन्मभूमि निर्माण न्यास’ स्थापित किया है ।

 ‘श्रीकृष्णजन्मभूमि निर्माण न्यास’ के प्रमुख आचार्य देवमुरारी बापू ने बताया कि :

१. २३ जुलाई को ‘हरियाली तीज’ त्यौहार के अवसर पर इस न्यास का पंजीकरण किया गया । न्यास में १४ राज्यों के लगभग ८० संत सहभागी हैं, जिनमें ११ संत वृंदावन के हैं ।

२. श्रीकृष्णजन्मभूमि की मुक्ति के लिए शीघ्र ही अन्य संत और साधुओं को जोडने हेतु हस्ताक्षर अभियान प्रारंभ किया जाएगा । इस विषय पर हम एक देशव्यापी अभियान चलाएंगे । हमने फरवरी महीने में ही इसे प्रारंभ किया था; परंतु संचार बंदी के कारण हम आगे नहीं जा पाए ।
३. श्रीकृष्णजन्मभूमि पर शाही ईदगाह मस्जिद खडी है । औरंगजेब ने वर्ष १६६९ में प्राचीन केशवनाथ मंदिर उद्ध्वस्त कर वहां शाही ईदगाह मस्जिद बनाई थी ।

४. ‘प्लेसेस ऑफ वर्शिप’ कानून प्राचीन काल में इस्लामी आक्रमणों के कारण नष्ट हुए हिन्दुओं के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक स्थलों पर पुनः अधिकार स्थापित करने में मुख्य बाधा सिद्ध हो रहा है । यह विवादित कानून चर्च, मस्जिदें और मंदिरों जैसे उपासनास्थलों को अलग धर्म के उपासना स्थलों में परिवर्तित करने से प्रतिबंधित करता है ।

५. ये छोटी बाधाएं हैं, आगे बढने पर हम ये बाधाएं भी पार कर लेेंगे । श्रीकृष्णजन्मभूमि को स्वतंत्र करने का हमारा संकल्प दृढ है ।