ईसाई धर्म न स्‍वीकारनेवाली वृद्ध माता की पुत्र एवं पुत्रवधु द्वारा पिटाई

  •  ऐसों को योगी आदित्‍यनाथ सरकार द्वारा आजन्‍म कारागृह में डाल देना चाहिए !
  • हिन्‍दुआें को धर्मशिक्षा न मिलने के कारण ही वे स्‍वधर्म का त्‍याग करने का महापाप करते हैं । इसलिए हिन्‍दुआें को धर्मशिक्षा देकर उनका धर्माभिमान जागृत करना अत्‍यावश्‍यक है !

मुरादाबाद (उत्तरप्रदेश) यहां के पाकबडा में ईसाई धर्म न स्‍वीकारनेवाली वृद्ध माता को पुत्र एवं पुत्रवधु द्वारा पीटने की घटना घटी है । इस प्रकरण में माता द्वारा की गई शिकायत पर पुलिस ने पुत्र अजीत और पुत्रवधु पुष्‍पा सहित अन्‍य एक के विरुद्ध अपराध प्रविष्‍ट किया है ।

पाकबडा की निवासी लीलावती (आयु ६८ वर्ष) के पति का १६ वर्षों पूर्व ही निधन हो गया था । वे मजदूरी करती हैं । लीलावती ने शिकायत में कहा कि, ‘गांव का कृपाल सिंह ईसाई धर्म से जुड गया है । उसने मेरे पुत्र और पुत्रवधु को ईसाई बनाया है । ४ दिन पूर्व ही कृपाल सिंह ने घर आकर पुत्र और पुत्रवधु को मुझे ईसाई बनाने के लिए कहा । तबसे वे दोनों ईसाई धर्म स्‍वीकारने के लिए मुझ पर दबाव डाल रहे हैं । मेरे मना करने पर उन्‍होंने मेरा खाना-पीना बंद कर दिया है । मेरे १२ सहस्र रुपए ले लिए । उन्‍होंने मुझे अलग-अलग प्रलोभन भी दिए थे । ३० जुलाई को उन तीनों ने मुझे गालियां दी और मेरी पिटाई भी की ।’