रक्षाबंधन के पवित्र दिन गोचर्म एवं राखी को जोडने का घिनौना प्रयत्न
- राखी कभी किसी चमडे से नहीं बनाई जाती, यह सर्व विदित होते हुए भी जन सामान्य को उसका उपयोग न करने का आवाहन करने की क्या आवश्यकता ? पेटा जानबूझ कर हिन्दुआें की भावनाएं व्यथित करने का प्रयत्न कर रही है ! क्या ऐसा समझें ?
- ईद के दिन ‘गो हत्या न कर चर्ममुक्त हों’ पेटा क्या ऐसा आवाहन करने का साहस कर सकती है ? दिखावटी प्राणी प्रेमी संस्था को हिन्दुआें द्वारा सही ढंग से उसका योग्य स्थान दिखाना आवश्यक !
नई दिल्ली – अखिल विश्व में जानवरों के जीवन रक्षणार्थ कार्य करनेवाली पेटा ( दि पीपल फार दि एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स) नामक संस्था ने जानवरों के चमडे का उपयोग करने के विरुद्ध मुहीम चला रखी है । इस उद्देश्य से इस संस्था ने देश में कुछ स्थानों पर रक्षाबंधन के अवसर पर होर्डिंग लगाए हैं । इन पर एक ओर गाय एवं दूसरी ओर राखी दिखाई गई है । उसके नीचे लिखा है कि कृपया इस रक्षाबंधन के दिन मेरी सहायता करें ! गोचर्म मुक्त बनें !! : पेटा इंडिया की इस होर्डिंग का विरोध होने लगा है, क्योंकि जब रक्षाबंधन के लिए चमडे का उपयोग होता ही नहीं, तब इस प्रकार का संदेश देकर पेटा ने हिन्दुआें की धार्मिक भावनाआें के साथ खिलवाड कर उनकी भावनाआेंं को ठेस पहुंचाई है ।
🐮 This Raksha Bandhan, protect cows too. 🐮#GoLeatherFree #NotOursToWear #VeganLeather #RakshaBandhan
— PETA India (@PetaIndia) July 15, 2020