‘लव जिहाद’ को प्रोत्साहन देनेवाले आसामी टीवी के ‘बेगम जान’ नामक धारावाहिक पर प्रतिबंध लगाने की हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों की मांग

हिन्दू ब्राह्मण युवती का मुसलमान युवक से विवाह करने की कहानी

हिन्दू युवक और मुसलमान युवती की कहानी दिखाने पर धर्मांधों द्वारा उसका हिंसक विरोध होता है, इसलिए ऐसी कहानियां नहीं दिखाई जाती; परंतु हिन्दू युवती और मुसलमान युवक ऐसी कहानियोँ का हिन्दू संवैधानिक मार्ग से विरोध नहीं करते । अतः हिन्दुओं को इस प्रकार की कहानियां दिखाने का साहस किया जाता है, यह ध्यान में रखें !

गुवाहाटी (आसाम) – यहां आसामी भाषा की निजी दूरचित्र वाहिनी (टीवी चैनल) ‘रेंगोनी’ पर प्रसारित होनेवाले धारावाहिक ‘बेगम जान’ से ‘लव जिहाद’ को प्रोत्साहन दिया जा रहा है । इसलिए हिन्दुओं ने इस धारावाहिक का विरोध किया है । कुछ स्थानों पर इस धारावाहिक के निर्माता और अभिनेता के विरोध में शिकायतें प्रविष्ट की गई हैं । आसाम के कुछ हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों ने इस धारावाहिक पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है ।

इसके साथ ही यह भय भी व्यक्त किया है कि इस धारावाहिक के कारण कानून और व्यवस्था बिगड कर सांप्रदायिक तनाव उत्पन्न हो सकता है । इस धारावाहिक में दिखाया गया है कि ‘हिन्दू ब्राह्मण युवती एक मुसलमान युवक के साथ विवाह करती है । इसलिए युवती का परिवार और समाज इस विवाह का विरोध करते हैं ।’

हिन्‍दू जनजागृति समिति ने इस धारावाहिक प
प्रतिबंध लगाने के लिए चलाया ‘ऑनलाइन’ हस्‍ताक्षर अभियान !

हिन्‍दू जनजागृति समिति ने इस धारावाहिक का प्रसारण रोकने हेतु ‘ऑनलाइन’ हस्‍ताक्षर अभियान चलाया था । इस धारावाहिक की आधिकारिक कथा का विरोध करते हुए सामाजिक माध्‍यमों का विरोध करनेवाले अनेक लोगों ने यह आरोप लगाया था कि इसमें एक हिन्‍दू लडकी के मुसलमान युवक के साथ घर से भागकर विवाह करने की घटना दिखाई गई है; जिसे ‘लव जिहाद’ कहते हैं ।’