कुख्यात अपराधी विकास दुबे पुलिस मुठभेड में मारा गया

  • कानपुर के निकट पुलिस का वाहन दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण भाग जाने का प्रयास

  • ६ पुलिसकर्मी घायल

कानपुर (उत्तर प्रदेश) – चौबेपुर में ८ पुलिसकर्मियों की हत्या के प्रकरण में बंदी बनाए गए कुख्यात अपराधी विकास दुबे को पुलिस ने कानपुर के निकट मुठभेड में मार गिराया है । विकास दुबे को मध्य प्रदेश पुलिस ने ९ जुलाई को सवेरे उज्जैन के श्री महाकाल मंदिर के परिसर में बंदी बनाया था । उसे उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्य दल (स्पेशल टास्क फोर्स) द्वारा नियंत्रण में लिया गया तथा चारपहिया वाहनों के काफिले द्वारा कानपुर में लाया जा रहा था । पुलिस का यह काफिला सवेरे ६.३० बजे के लगभग कानपुर के निकट पहुंचा, तब दुबे जिस वाहन में बैठा था, वह वाहन वर्षा होने के कारण फिसलकर पलट गया । इसका लाभ उठाते हुए विकास दुबे ने पुलिसकर्मी से पिस्तौल छीनकर भाग जाने का प्रयास किया । तब पुलिस ने उसे आत्मसमर्पण करने हेतु कहा; परंतु उसने पुलिसवालों पर ही गोलीबारी की । इसलिए पुलिसवालों ने प्रत्युत्तर देते हुए पहले पैर तथा बाद में कमर के ऊपर गोलियां चलाईं । उसमें वह घायल हो गया । उसे चिकित्सालय में ले जाया गया, तब वहां उसे मृत घोषित किया गया । इस मुठभेड में २ पुलिसकर्मी और वाहन दुर्घटना में ४ पुलिसकर्मी भी घायल हो गए हैं । चिकित्सालय में उन पर उपचार चल रहे हैं ।

चारपहिया वाहन पलटने के कारण सरकार पलटने से बची ! – अखिलेश यादव का आरोप

उत्तरप्रदेश के भूतपूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी दल के नेता अखिलेश यादव ने ट्वीट कर आरोप लगाया है कि ‘वास्तव में यह वाहन नहीं पलटा है । कुछ जानकारी उजागर होने पर सरकार को पलटने से बचाया गया है ।’

अपराधी का अंत हो गया; परंतु अपराधियों को सुरक्षा देनेवालों का क्या ? – प्रियंका वाड्रा का प्रश्‍न

कांग्रेस की महासचिव प्रियंका वाड्रा ने भी ट्वीट कर इस घटना पर प्रश्‍न किया है कि, ‘अपराधी का अंत हो गया; परंतु अपराध और उन्हें सुरक्षा देनेवालों का क्या ?’