असम में जमीयत उलेमा के उपाध्यक्ष और विधायक के पिता के अंतिम संस्कार में १० सहस्रों से अधिक लोगों का सहभाग

कोरोना संक्रमण के भय से ३ गांव ‘सील’

कोरोना के कारण देश में यातायात बंदी होते हुए इतनी बडी संख्या में लोग अंतिम संस्कार में कैसे आए, क्या पुलिसवाले सोए हुए थे ? इसके लिए उत्तरदायी पुलिसवालों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए !

नागांव (असम) – अखिल भारतीय जमीयत उलेमा और आमिर-ए-शरियत के उपाध्यक्ष खैरुल इस्लाम (आयु ८७ वर्ष) के अंतिम संस्कार में १० सहस्र से अधिक लोग सहभागी हुए थे । इसलिए कोरोना संक्रमण के संकट के कारण ३ गांव ‘सील’ कर दिए गए हैं । वह यहां के ‘ऑल इंडिया युनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट’ के विधायक अमीनुल इस्लाम के पिता थे । पुलिस ने इस प्रकरण में दो अपराध प्रविष्ट किए हैं ।