गुंडों के आक्रमण में कानपूर के ८ पुलिसकर्मी मारे गए !

  • गुंडों से स्वयं की रक्षा न कर सकनेवाले पुलिसकर्मियों को किस श्रेणी का प्रशिक्षण दिया जाता है, इसपर भी अब अध्ययन होना चाहिए !
  • गुंडों को पकडने के लिए पुलिसकर्मी पूरी तैयारी के साथ क्यों नहीं जाते ? गुंडे पुलिसकर्मियोंपर कैसे भारी पडते हैं, इसकी जानकारी अब सामने आना आवश्यक !
  • आतंकी, नक्सली और अब गुंडों द्वारा भी पुलिसकर्मियों का मारा जाना पुलिस बल के लिए लज्जाजनक ! जहां पुलिसकर्मी ही सुरक्षित नहीं होंगे, वहां सामान्य लोगों की सुरक्षा की क्या स्थिति होगी, इसके बारे में विचार नहीं करना ही अच्छा !

कानपुर (उत्तर प्रदेश) – यहां गुंडों को पकडने के लिए गए पुलिस दलपर किए गए आक्रमण में एक पुलिस उपाधीक्षक के साथ ८ पुलिसकर्मी मारे गए । इस आक्रमण में अन्य ७ पुलिसकर्मी घायल हुए हैं ।

इस घटना की जानकारी देते हुए उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक एस्.सी. अवस्थी ने कहा, कुछ दिन पूर्व हत्या का प्रयास करने के आरोप में विकास दुबे के विरुद्ध प्राथमिकी प्रविष्ट की गई थी । कानपुर के चौबेपुर पुलिस थाना क्षेत्र में पुलिस का एक दल बिकरू गांव में विकास दुबे को गिरफ्तार करने पहुंचा था । जैसे ही पुलिस दल इस गांव के बाहर पहुंचा, तो उन्होंने पाया कि वहां जेसीबी लगाई गई थी । उसके कारण पुलिस की गाडी गांव में प्रवेश नहीं सकी और पुलिसकर्मी गांव के बाहर ही उतर गए । उस समय पहले से ही गांव के गुंडे घात लगाकर बैठे हुए थे । इन गुंडों ने पुलिसकर्मियोंपर अंदाधुंद गोलीबारी करना आरंभ की । तब पुलिसकर्मियों ने भी इस गोलाबारी का उत्तर दिया; परंतु ये गुंडे छतों पर बैठे थे; इसके कारण उनकी गोलियां पुलिसकर्मियों को लगीं । देवेंद्र कुमार मिश्र, महेश यादव, अनुप कुमार, नेबूलाल, सुलतान सिंह, राहुल, जितेंद्र एवं बबलू ये मारे गए पुलिसकर्मियों के नाम हैं । घटनास्थलपर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के सैनिक नियुक्त किए गए हैं । वर्तमान में ड्रोन के द्वारा वहां की स्थितिपर ध्यान रखा जा रहा है ।

मुठभेड में २ गुंडे भी मारे गए

विकास दुबे के २ सहयोगियों को पुलिस ने मुठभेड में मार गिराया । इनमें से एक विकास दुबे का मामा है । पुलिस प्रशासन ने बताया कि इस प्रकरण में संलिप्त सभी आरोपियों को पकडा जाएगा ।

विकास दुबे के विरुद्ध अभीतक ६० अपराध प्रविष्ट !

विकास दुबे ने वर्ष २००१ में तत्कालिन राजनाथ सिंह सरकार में मंत्रीपद की श्रेणी प्राप्त संतोष शुक्ल की सीधे पुलिस थाने में जाकर हत्या की थी । विकास दुबे के विरुद्ध अभीतक ६० अपराध प्रविष्ट हैं ।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा मृतक पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजली

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुंडों के आक्रमण में मारे गए पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजली देते हुए कहा, ‘‘इन सभी पुलिसकर्मियों ने अदम्य अपार साहस और अद्भुत कर्तव्यनिष्ठा का परिचय दिया है ।