ऐसे देशद्रोही लोगों को फांसी का दंड मिलने हेतु सरकार को प्रयास करने चाहिए !
नई देहली – आतंकवादियों की सहायता करनेवाले जम्मू-कश्मीर के पुलिस उपाधीक्षक दविंदर सिंह तथा अन्य ४ लोगों के विरुद्ध राष्ट्रीय अन्वेषण विभाग (एनआईए) द्वारा गैर कानूनी गतिविधि निरोधक कानून (यू.ए.पी.ए.) के अंतर्गत कार्यवाई की जाएगी । उनके विरुद्ध देहली और अन्य प्रदेशों में आतंकी आक्रमणों के षड्यंत्र रचने हेतु सहायता करने के आरोप में अभियोग प्रविष्ट किया जाएगा । गृहमंत्रालय से अनुमति मिलने के पश्चात राष्ट्रीय अन्वेषण विभाग जुलाई महीने के पहले सप्ताह में आरोपपत्र प्रविष्ट करेगा । अधिकारियों ने यह जानकारी दी ।
१. अन्वेषण में यह जानकारी सामने आई है कि दविंदर सिंह के साथ गिरफ्तार किया गया अधिवक्ता इरफान शफी मीर इस षड्यंत्र की समीक्षा करनेवाला था । वह पाकिस्तान उच्चायोग में कार्यरत अधिकारी और हिजबुल के आतंकियों के संपर्क में था । मूलतः त्राल का निवासी सिंह द्वारा इरफान को जम्मू में २ सुरक्षित घर बनाने में सहायता करने की बात सामने आई है ।
२. इरफान का पिता मोहम्मद शफी मीर जम्मू-कश्मीर पुलिस विभाग में हवलदार था । वर्ष १९९० में वह आतंकी संगठन में हिजबुल मुजाहिदीन में सहभागी हुआ । वह हिजबुल प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन के निकट का था । उसे सुरक्षा बलों ने मार गिराया है । अधिकारियों ने बताया कि इस आरोपपत्र में उसका भी नाम अंतर्भूत किया जाएगा ।