भाजपा शासित उत्तराखंड में कांग्रेस के नेता सूर्यकांत धस्माना का हिन्दूद्वेषी वक्तव्य
- ‘क’ अर्थात ‘कंस’ ऐसा कांग्रेसी नेता को क्यों नहीं लगता ? ‘जिस प्रकार श्रीकृष्ण ने कंस का वध किया, उसी प्रकार वह कोरोना को भी नष्ट करेंगे’, ऐसा वह क्यों नहीं कहते ?
- निरर्थक तुकबंदी जोडकर इस प्रकार के हास्यास्पद वक्तव्य करनेवाले कांग्रेस के नेताओं की हिन्दूद्वेषी मानसिकता पुनः दिखाई देती है !
देहरादून – ‘क’ अक्षर से ‘कृष्ण और ‘कोरोना’ यह नाम होने के कारण कोरोना के लिए श्रीकृष्ण ही उत्तरदायी हैं, ऐसा बौद्धिक दिवालियापन दर्शानेवाला वक्तव्य उत्तराखंड राज्य की कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने एक भेंटवार्ता में बोलते हुए किया । चारधाम यात्रा के संबंध में धस्माना को पूछे गए प्रश्न का उन्होंने उक्त उत्तर दिया ।
कोरोना पर कांग्रेस नेता सूर्यकांत धस्माना का बेतुका बयान pic.twitter.com/zFkZqTqKeH
— News18 Uttar Pradesh (@News18UP) June 27, 2020
वह आगे बोले, ‘‘कोरोना के बढते प्रादुर्भाव के कारण चारधाम यात्रा प्रारंभ होने के चिन्ह दिखाई नहीं देते । चारधाम यात्रा प्रारंभ होने पर उत्तराखंड में श्रद्धालुओं की भीड बढेगी और उसके कारण कोरोना का संकट और बढेगा । भगवान श्रीकृष्ण ने ही भगवद्गीता में कहा है कि वह सृष्टि के निर्माणकर्ता, पालनकर्ता और संहारकर्ता हैं । इसलिए कोरोना श्रीकृष्ण की ही देन है ।’’ उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कोरोना का प्रादुर्भाव रोकने में राज्य की भाजपा सरकार पूर्णतः असफल सिद्ध हुई है ।
भगवान श्रीकृष्ण से संबंधित दिए गए वक्तव्य पर चारों ओर उनकी आलोचना होने लगी, तब वह बोले ‘‘मैं सभी स्थानों पर कृष्ण का ही उदाहरण देता हूं । मैंने केवल इतना प्रश्न किया है कि, क्या ईश्वर की इच्छा के बिना कोरोना आया है ? इस संसार में जो कुछ भी होता है वह ईश्वर की देखरेख में ही होता है ।’’
‘क’ से ‘कोरोना’ और ‘क’ से ‘कांग्रेस’, होने के कारण कोरोना की अपेक्षा कांग्रेस अधिक घातक है ! – भाजपा
धस्माना के वक्तव्य पर भाजपा ने तीव्र आपत्ति उठाई है । भाजपा के उत्तराखंड राज्य के उपाध्यक्ष डॉ. देवेंद्र भसीन ने कहा, ‘‘धस्माना का वक्तव्य अत्यंत आपत्तिजनक है । यह कांग्रेस का बौद्धिक दिवालियापन है । यह करोडों हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं का अपमान है । भगवान श्रीकृष्ण ने धर्म की रक्षा और दुष्ट दैत्यों का वध करने के लिए अवतार धारण किया था । आज के युग का सबसे बडा दैत्य कोरोना है तथा उसका जनक वही चीन है, जिससे कांग्रेस ने पैसे लिए हैं तथा उनके मध्य अच्छी मित्रता के संबंध हैं । देश एकजुट होकर कोरोना के विरुद्ध लड रहा है; परंतु कांग्रेस निरंतर उसमें बाधा उत्पन्न कर रही है । इससे उनका उद्देश्य स्पष्ट होता है । इसलिए हम कहते हैं कि कोरोना की अपेक्षा कांग्रेस अधिक घातक है । अतः ‘क’ से ‘कोरोना’ और ‘क’ से ‘कांग्रेस’ कहना उचित होगा ।’’