ऐसे असंवेदनशील कर्मचारियों के विरुद्ध सरकार को कठोर कार्यवाही करनी चाहिए !
बेल्लारी (कर्नाटक) – यहां के कोरोना पीडित ८ रोगियों की मृत्यु होने के उपरांत प्लास्टिक में लपेटे हुए उनके शवों को गढ्ढे में फेंकने का ‘वीडियो’ प्रसारित हुआ है । इसपर जिला प्रशासन ने जांच के आदेश दिए हैं ।
राज्य के विरोधी दल कांग्रेस एवं धर्मनिरपेक्ष जनता दल ने इस घटना की कडी शब्दों में निंदा की । कांग्रेस के नेता डी.के. शिवकुमार ने कहा, ‘बेल्लारी में कोरोना के कारण मृत व्यक्तियों के शवों को अमानुषिक पद्धति से गढ्ढे में फेंका गया है । यह दृश्य मन को विचलित कर देनेवाला है । इससे ‘सरकार कोरोना के संकट का किस प्रकार सामना कर रही है’, यह दिखाई देता है । भाजपा सरकार को इसकी ओर ध्यान देना चाहिए ।’
Bodies of COVID-19 victims dumped in large pit in Karnataka's Bellary; Patanjali takes a u-turn on #coronavirus medicine. #FirstUp pic.twitter.com/3K9AOtwUfa
— IndiaToday (@IndiaToday) July 1, 2020
संबंधित स्वास्थ्यकर्मी निलंबित
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री बी. श्रीरामुलु ने बताया कि इस घटना में संलिप्त सभी स्वास्थ्यकर्मियों को निलंबित किया गया है । कोरोना के कारण मृत व्यक्तियों के शवों का अंतिम संस्कार करते समय दिए गए निर्देशों का कठोरता से पालन करना होगा ।
अमानुषिक और दुखद घटना – मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री बी.एस्. येदियुरप्पा ने कहा कि कोरोना के कारण मृत व्यक्तियों को इस प्रकार फेंक देना अमानुषिक और दुखद है । मानवता से बडा अन्य कोई धर्म नहीं है, इसे स्वास्थ्यकर्मियों को ध्यान में रखना चाहिए । अतः इन रोगियों का अंतिम संस्कार सम्मान के साथ होने चाहिए ।