चीन का विस्तारवाद जानिए ! ऐसे चीन से शांतिचर्चा करने के स्थान पर उसे दंड मिले, ऐसी भाषा में उत्तर देना आवश्यक !
नई देहली – विश्व के लगभग सभी देश कोरोना महामारी से लडने में उलझे हुए हैं । उसका अनुचित लाभ उठाकर चीन ने भारत सहित ऑस्ट्रेलिया, जापान, वियतनाम, ताईवान और मलेशिया इन देशों को सताना प्रारंभ कर दिया है । इसके साथ ही चीन ने विश्व के २३ देशों के भूभागों पर अपने स्वामित्व का दावा किया है । इस भूभाग का क्षेत्रफल चीन के वर्तमान क्षेत्रफल से दोगुना है । इन २३ देशों में से केवल १४ देशों की सीमाएं चीन से लगी हुई हैं ।
( सौजन्य : टाइम्स ऑफ इंडिया )
१. चीन ने ऑस्ट्रेलिया के शासकीय प्रतिष्ठानों के संगणकों पर (कम्प्यूटरों पर) साइबर आक्रमण करके उन्हें खराब कर दिया है । गत सप्ताह में चीन की लडाकू नौकाओं ने वियतनाम की मच्छीमार नौकाओं पर आक्रमण किया था । इसके अतिरिक्त अप्रैल महीने में चीन ने वियतनाम की एक नौका डुबो दी थी ।
२. जापान के सॅनकूकू द्वीप के पास चीन की २ युद्ध नौकाएं जापान को डराने के लिए ६६ दिनों तक खडी थीं । कुछ दिनों पूर्व चीन के ४ सागरी संरक्षक जहाज जापान के उत्सुरी द्वीप के निकट आए थे । इस प्रकार भय उत्पन्न करने की घटना इंडोनेशिया देश के संदर्भ में भी घटी है ।
३. मलेशिया देश के बोर्नियो द्वीप के पास चीन और मलेशिया की युद्ध नौकाएं आमने सामने खडी हैं । चीन ने मलेशिया को चेतावनी दी है कि, मलेशिया देश की सीमा में आनेवाले समुद्र में कोई कृत्य न किया जाए । चीन के लडाकू हवाई जहाज ताईवान के क्षेत्र में मंडरा रहे थे, तब ताईवान ने भी अपने लडाकू हवाई जहाज भेजकर चीनी हवाई जहाजों को खदेडा था । ये सभी घटनाएं हाल ही में घटी हैं । इसलिए विश्व के बडे देशों ने चीन के उद्देश्य पर प्रश्न निर्माण किए हैं ।