इस संबंध में धर्मनिरपेक्षतावादी क्यों नहीं बोलते ?
गाजियाबाद (उत्तरप्रदेश) – यहां के तुलसी निकेतन में शेर खान उर्फ शाहरुख ने दिन दहाडे १९ वर्षीय नैना कौर की चाकू मारकर हत्या कर दी । उसे नैना से विवाह करना था; परंतु उसका विवाह इंदौर के एक युवक से निश्चित हो गया था । इसलिए खान ने नैना की हत्या कर दी । इससे पूर्व उसने नैना के घर जाकर हत्या करने की धमकी भी दी थी । इस घटना के संबंध में नैना के पिताजी बलदेव ने बताया कि, ‘जब शाहरुख नैना पर चाकू से वार कर रहा था, तब उसे बचाने के लिए कोई आगे नहीं आया ।’ (ऐसी डरपोक जनता क्या कभी आतंकवादी और नक्सलवादियों का सामना कर पाएगी ? – संपादक)
पुलिस ने शाहरुख के मित्र आसिम और अमीर को बंदी बनाया है तथा शाहरुख अब तक फरार है । पुलिस ने उसकी जानकारी देनेवाले को २० सहस्र रुपयों का इनाम घोषित किया है ।
पुलिस चौकी से २०० मीटर की दूरी पर हुई नैना की हत्या
हत्या के घटनास्थल से पुलिस चौकी २०० मीटर की दूरी पर थी । इसलिए पुलिस की कार्यपद्धति पर संदेह निर्माण हुआ है । (निष्क्रिय पुलिसवाले जनता की रक्षा करेंगे, ऐसी अपेक्षा न करते हुए अब जनता को यह देखने की आवश्यकता है कि ‘अपनी रक्षा स्वयं ही कैसे कर सकते हैं ?’ – संपादक)