(कहती हैं) क्या मुसलमान भारत के नए अछूते लोग हैं ?

संयुक्त अरब अमीरात की राजकुमारी ने भारत की पुनः आलोचना की !

  • पिछले कुछ दिनों से राजकुमारी की ओर से किए जा रहे भारतविरोधी ट्वीट्स को देखते हुए यह एक षड्यंत्र का ही भाग है, यह ध्यान में आता है ! अरब देशों की ओर से अब भारत को जानबूझकर लक्ष्य बनाने का यह प्रयास है । इससे हम भारत के मुसलमानों के रक्षक हैं और हम उनपर हो रहे आक्रमण सहन नहीं करेंगे, यही दिखाने का उनका प्रयास है, इसे ध्यान में लेना चाहिए और सरकार को उसका उतनी ही कठोरता से उत्तर देना चाहिए !
  • क्या पाकिस्तान, बांग्लादेश आदि इस्लामी देशों के हिन्दू अछूते हैं ?, इस प्रकार का वस्तुनिष्ठ ट्वीट करने का साहस क्यों नहीं दिखाती ? जो भारत में नहीं होता, उसके संदर्भ में ट्वीट कर वे भारत के बदनाम ही कर रही हैं !
संयुक्त अरब अमीरात की राजकुमारी हेंद अल कासिमी

अबुधाबी (संयुक्त अरब अमीरात) – संयुक्त अरब अमीरात की राजकुमारी हेंद अल कासिमी ने ट्वीट कर यह प्रश्‍न उठाया है कि क्या मुसलमान भारत के नए अछूते लोग हैं ? पिछले कुछ दिनों से यह राजकुमारी कोरोना के संदर्भ में भारत में मुसलमानों के साथ कथितरूप से किए जा रहे ट्वीट कर रही हैं ।

दुबई में रहनेवाले भारतीय भी अब इस्लाम द्वेष दिखा रहे हैं और हम इसे सहन नहीं करेंगे, यह चेतावनी भी उन्होंने इससे पहले ही दी है । कासिमी ने अभीतक ४ ट्वीट्स किए हैं । (भारत में रहनेवाले धर्मांधों में जो हिन्दूद्वेष है, उसके संदर्भ में हम इसे सहन नहीं करेंगे, क्या भारत का एक भी नेता ऐसा कहता है ? – संपादक)

१. एक ट्वीट में कासिमी ने भारत में कथितरूप से चल रहे इस्लामद्वेष की समीक्षा करनेवाला वीडियो भी प्रसारित किया था । उसके पहले उन्होंने भारत हमारा मित्रदेश है, ऐसा भी ट्वीट किया था । (एक ओर से भारत को मित्र बोलकर उसी समय भारत को दोष देना इस राजकुमारी का भोलापन दिखाने का प्रयास है ! – संपादक)

२. कुछ दिन पूर्व ही कासिमी ने दुबई स्थित भारतीय द्वारा किए गए मुसलमान द्वेषी ट्वीट का संदर्भ लेकर इस प्रकार का द्वेष सहन नहीं किया जाएगा और विभाजित करनेवाली आलोचना करनेवाले को दंडित किया जाएगा और उसे देश से निकाल दिया जाएगा, यह चेतावनी दी थी ।

३. अन्य एक ट्वीट में वर्तमान संयुक्त अरब अमीरात के सत्ताधारी भारत के अच्छे मित्र हैं; परंतु राजवंश के व्यक्ति के रूप में तुम्हारी (भारतीयों की) उद्दंडतापूर्ण बातें सहन नहीं की जाएंगी । यहां सभी श्रमिकों को उनके काम का वेतन दिया जाता है । यहां कोई भी निःशुल्क काम करने के लिए नहीं आता । आप जिस देश में आकर अपनी जीविका चलाते हैं, उसी से आप द्वेष करते हैं । इसका संज्ञान नहीं लिया जाएगा, ऐसा कतई नहीं होगा, यह चेतावनी भी उन्होंने भारतीयों को दी थी । (भारत को भी ऐसे देशों को चेतावनी देना आवश्यक है । खाडी देशों में काम देने के नामपर भारतीय लोगों का उत्पीडन किया जाता है और उनके साथ गुलामों जैसा व्यवहार किया जाता है, इस संदर्भ में केंद्र सरकार को इन देशों को सार्वजनिक रूप से प्रश्‍न पूछना चाहिए ! – संपादक)