- अपने दही को कौन खट्टा कहे ? इस वृत्तिवाले कांग्रेसी ! पिछले महीनेभर से तबलीगी जमात के संदर्भ में प्रश्न उपस्थित किए जा रहे हैं, तब दिग्विजय सिंह किस बिल में छिपे थे ? अब सिक्ख तीर्थयात्रियों की घटना सामने आनेपर क्या उनके हाथ कोई बडी सफलता लगने का उत्साह आने से अब वह बिल के बाहर निकलकर यह प्रश्न कर रहे हैं ?
- धर्मांधों के प्रति जानबूझकर मौन रहनेवाली कांग्रेस और उनके नेताओं का यही सच्चा चेहरा है, यह पुनः एक बार स्पष्ट हुआ है !
- वर्ष १९८४ के सिक्खविरोधी दंगों में ३.५ सहस्र सिक्खों के हत्याकांड के आरोपी कांग्रेसवालों में सिक्खों के प्रति कितनी ममता है, यह इससे ध्यान में आता है !
भोपाल (मध्य प्रदेश) – कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर यह प्रश्न उठाया है कि सिक्ख तीर्थयात्रियों को कोरोना का संक्रमण होने से पंजाब में संकट उत्पन्न हुआ है । क्या इसकी तुलना तबलीगी जमातवालों के साथ की जा सकती है ? (सिक्ख तीर्थयात्री जब नांदेड में थे, तब वे कोरोना से संक्रमित नहीं थे; परंतु जब वे यात्रा कर पंजाब पहुंचे, तब उन्हें संक्रमण हुआ है, यह स्पष्ट हुआ । उन्होंने कहीं भी स्वयं को छिपाकर नहीं रखा । इसके विपरीत तबलीगी अभी भी छिपे हुए हैं । उन्हें ढूंढने हेतु मस्जिदों में जानेवाले पुलिसकर्मियोंपर आक्रमण किए जा रहे हैं । तबलीगी डॉक्टरों और परिचारिकाओं के साथ अभद्र व्यवहार कर रहे हैं । सिक्ख यात्रियों ने ऐसा कोई कृत्य नहीं किया है, इस बात को दिग्विजय सिंह ने ध्यान में रखना चाहिए ! – संपादक)
Coronavirus: Sikh pilgrims pose fresh Covid-19 threat in Punjab – India News
Any comparison with Tablighi Markaz? https://t.co/WaSvaZQ6g5
— digvijaya singh (@digvijaya_28) May 3, 2020
महाराष्ट्र के नांदेड से तीर्थयात्री पंजाब गए थे । उनमें से ३९१ लोगों को कोरोना का संक्रमण हुआ है, जिससे पंजाब में कोरोना रोगियों की संख्या ७८९ हुई है । इसके कारण दिग्विजय सिंह ने यह प्रश्न उठाया है । पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने तीर्थयात्रियों के कारण कोरोना रोगियों की संख्या बढने की बात कही है ।