ऑस्ट्रेलिया के एक चिकित्सालय में मुसलमान परिचारिका का दावा
मेलबर्न (ऑस्ट्रेलिया) – ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स राज्य के एक चिकित्सालय में नियुक्त सराह अबू लेबेदा नामक एक हिजाबधारी परिचारिका ने दावा किया है कि उसने इजरायली रोगियों को मार डाला है । तब न्यू साउथ वेल्स के स्वास्थ्य विभाग ने कहा ‘हम परिचारिका के दावे की जांच करेंगे । संबंधित चिकित्सालय में रोगियों के किए पंजीकरण की भी जांच होगी । तथापि, रोगियों को हानि पहुंचने के कोई भी प्रमाण नहीं मिले हैं ।’ वर्तमान में इस परिचारिका को निलंबित किया गया है । यद्यपि चिकित्सालय द्वारा उसका नाम उजागर नहीं किया गया, तथापि ‘एक्स’ पर अनेक रिकॉर्डेड खातों द्वारा उन्हें मुसलमान कहा गया है । ऑस्ट्रेलिया के ८५ प्रतिशत ज्यू सिडनी एवं मेलबर्न शहरों में रहते हैं ।
I have killed many Israeli patients! – Claims a Mu$!im nurse in Australia
A Mu$!im nurse’s claim in a hospital in Australia
If this claim is true, then it is a disgrace to humanity.
There are many such examples of a highly educated Mu$!im engineer or a doctor indulging in… pic.twitter.com/wyVe0MFbeA
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) February 14, 2025
मैक्स विफर नामक एक विख्यात इजरायली साक्षात्कार लेनेवाले के द्वारा सिडनी के बैंक्सटाऊन चिकित्सालय
के अहमद राशद नादीर (पुरुष) एवं सराह अबू लेबेदा (महिला) इन दोनों परिचारकों का साक्षात्कार लिया गया, तब सराह अबू लेबेदा परिचारिका ने उपरोक्त दावा किया । इसका वीडियो पूरे विश्व में सर्वत्र प्रसारित हो रहा है ।
ऑस्ट्रेलिया में पिछले एक वर्ष से बढ रहा है ज्यूविरोध
ऑस्ट्रेलिया में पिछले एक वर्ष से अधिक समयावधि से ज्यूविरोधी भावना वृद्धिंगत हो रही है । ज्यू के घर, कार्यालय एवं कंपनियों की तोडफोड की गई । एक विद्यालय एवं दो सिनेगौग (ज्यू का धार्मिक स्थान) की आगजनी की गई । ऑस्ट्रेलिया स्थित एक ज्यू संगठन के अधिकारी एलेक्स रिवचिन ने कहा ‘ऑस्ट्रेलिया में चिकित्सकिय पेशेवरों में ज्यू समुदाय के प्रति द्वेष बढ रहा है ।’
ज्यूविरोधी अपराधों का सामना करने हेतु पुलिस दल की स्थापना
न्यू साउथ वेल्स राज्य के स्वास्थ्यमंत्री रायन पार्क ने कहा ‘वर्ष २०२३ में इजरायल-हमास युद्ध आरंभ हुआ, तब से सिडनी में विशेषतः ज्यूविरोधी अपराधों का सामना करने हेतु पुलिस दल की स्थापना की गई है । यह दल ऑनलाइन वीडियो से संबंधित अपराधों की जांच करता है, जिसमें द्वेषयुक्त भाषण, कानून का उल्लंघन समाहित हैं ।’
संपादकीय भूमिका
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