Maulana Tariq Masood : पाकिस्तान में पैगंबर मोहम्मद का अनादर करने वाले मौलाना तारिक मसूद ने मांगी क्षमा !

तारिक मसूद पहले स्वयं कुरान का अनादर ​​करने वालों की तत्काल मौत की मांग करते थे !

(मौलाना का अर्थ है इस्लाम का शिक्षक)

मौलाना तारिक मसूद

इस्लामाबाद (पाकिस्तान) – पाकिस्तान में मौलाना तारिक मसूद पर ईशनिंदा का आरोप लगाया गया है । इसके बाद मसूद पलायन कर गया है । उसने हाल ही में कुरान पर भाषण दिया था । इस कारण उनपर ईशनिंदा का आरोप लगाया गया है । उन्होंने कहा था, ‘जिसने (पैगंबर मोहम्मद) कुरान प्रस्तुत किया, उसने एक शब्द भी नहीं लिखा । जब भी कुरान की आयतें सामने आतीं, पैगंबर अपने अनुयायियों को बुलाते तथा उन्हें लिखने के लिए कहते । इस प्रकार कुरान अन्य लोगों की सहायता से लिखी गई थी । पैगंबर ने इसमें एक भी शब्द नहीं लिखा; क्योंकि पैगम्बर मोहम्मद स्वयं पढ़-लिख नहीं सकते थे । इसलिए वे दूसरों से लिखवाते थे । अन्य लेखकों ने व्याकरण संबंधी गलतियां की थीं । व्याकरण संबंधी त्रुटि कहां है, यह ठीक से न जानने के कारण उन्हें सुधारा नहीं जा सका । आज भी कुरान उसी प्रकार लिखी जाती है । मौलाना के इस भाषण के बाद पाकिस्तान के मुसलमानों में क्रोध है । इसके बाद मौलाना तारिक मसूद ने एक वीडियो प्रसारित कर इस प्रकरण के लिए क्षमा मांगी । मौलाना मसूद ने यह भी बताया कि कुरान में कई त्रुटियां हैं ।

विशेष रूप से, यह मौलाना तारिक मसूद ही थे जो ईश्वर की निंदा करने वालों को तत्काल मृत्युदंड देने की बात करते थे । साथ ही, अगर कोई इसके लिए क्षमा भी मांगता है तो हम यह नहीं बता सकते कि यह ईमानदारी से है अथवा केवल दिखावे के लिए है । उनका कहना था कि इसलिए उन्हें ईशनिंदा कानून के अनुसार दंड मिलना ही चाहिए ।