हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के कार्य हेतु समष्टि साधना आवश्यक !

सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी के ओजस्वी विचार

सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी

‘व्यष्टि साधना में एक ही देवता की उपासना होती है; परंतु समष्टि साधना में अनेक देवताओं की उपासना होती है । सेना में थल सेना, टैंक, वायु सेना, नौसेना आदि अनेक विभाग होते हैं । उसी प्रकार हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के समष्टि कार्य में अनेक देवताओं की उपासना, यज्ञ-याग इत्यादि करना पडता है ।’

✍️ – सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवले, संस्थापक संपादक, ‘सनातन प्रभातʼ नियतकालिक