Discussions Restores Peace, Not War : शांति युद्ध से नहीं, चर्चा से होगी !

प्रधानमंत्री मोदी ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन को दिया सुझाव !

बाएं से, प्रधानमंत्री मोदी और रूसी राष्ट्रपति पुतिन

मॉस्को (रूस) – युद्ध के मैदान में समाधान नहीं खोजे जा सकते। शांति के लिए संवाद अति महत्वपूर्ण है। भारत सदैव शांति का पक्षधर रहा है; क्योंकि युद्ध कोई समाधान नहीं है। मैं शांति की आशा करता हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भेट के समय यूक्रेन के साथ युद्ध पर सुझाव दिया ! मैं शांति के लिए सहयोग करने को तत्पर हूं। इस पर पुतिन ने मोदी का सम्मान किया और मोदी को धन्यवाद दिया। जब प्रधानमंत्री रूस की २ दिवसीय यात्रा पर थे तब उन्होंने पुतिन के साथ द्विपक्षीय वार्ता की यह उस समय आपसी चर्चा हुई ! इससे पहले पुतिन ने अपने निजी आवास पर प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया। यहां मोदी को ८ जुलाई की रात को भोजन के लिए आमंत्रित किया गया था। प्रधानमंत्री मोदी ने यहा निवास किया।

प्रधानमंत्री ने बैठक में आगे कहा कि यदि युद्ध हो, संघर्ष हो, आतंकी हमले हों, किसी की जान जाने पर मानवता में विश्वास रखने वाले हर व्यक्ति को दुख होता है। जब निर्दोष बच्चों का वध किया जाता है तो यह हृदय विदारक होता है। भारत पिछले ४० से ५० वर्षों से आतंकवाद का सामना कर रहा है। ४० वर्षों से हम इस स्थिति से संघर्ष कर रहे हैं कि आतंकवाद अति भयंकर एवं घृणित है। हम मास्को और दागिस्तान में आतंकवादी घटनाओं की पीड़ा अनुभव कर सकते हैं। मैं केवल कल्पना ही कर सकता हूं कि उसकी पीड़ा कितनी गहरी होगी । मैं आतंकवाद के सभी रूपों की कड़ी निंदा करता हूं।

भारत रूस में २ नए वाणिज्य दूतावास खोलेगा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस में २ नए वाणिज्य दूतावास खोलने की घोषणा की। प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि रूस के कज़ान और येकातेरिनबर्ग में भारतीय वाणिज्य दूतावास खोले जाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने मॉस्को में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए यह घोषणा की।

संपादकीय भूमिका

भारत पिछले ७५ वर्षों से पाकिस्तान के साथ संवाद कर रहा है ; किंतु भारत को कभी शांति नहीं मिली, ये भी एक सत्य है!