विगत ५ वर्षों में राज्यसभा के कार्यकाल का ५७ प्रतिशत समय व्यर्थ ! – सभापति व्यंकैय्या नायडू ने व्यक्त किया खेद !
संसद के प्रत्येक अधिवेशन में समय व्यर्थ जाने की अवधि बडी होती है; परंतु इसके लिए उत्तरदायी व्यक्तियों से दंड वसूल नहीं किया जाता अथवा कठोर कार्रवाई भी नहीं की जाती । इस कारण इस स्थिति में कभी सुधार नहीं होता ।