‘मन्त्रमूलं गुरोर्वाक्यं ।’, के अनुसार जिनका प्रत्येक वाक्य और शब्द मंत्र की भांति कार्य करता है’, ऐसे सनातन के साधकों के लिए संजीवनी बने ३ महान गुरु !
आजकल कोरोना विषाणु के कारण भारत एवं विश्व के सभी देशों में हाहाकार मचा हुआ है । मनुष्य का शारीरिक, मानसिक, आर्थिक, पारिवारिक एवं सामाजिक जीवन बाधित हो गया है । एक विषाणु ने विज्ञान में प्रगत मनुष्य को असहाय बना दिया है