युद्ध का संकट मंडरा रहा है, तो ऐसे में इसके लिए आपके जनपद और गांव की कितनी तैयारी है ?
कभी भी आनेवाले युद्ध के आपातकाल के संदर्भ में थोडी भी अनदेखी न करें । यह तो केवल देश के सीमावर्ती क्षेत्र की चिंता का विषय है, ऐसा मानकर असतर्क भी न रहें । सरकारी तंत्र के पास क्या उपलब्ध है ? इसमें भयावह वास्तविकता यह है कि असंख्य लोगों के मन में इसका अनुमान लगाने और उसकी तैयारी करने का विचार अभी भी नहीं जगा है ।