नन अभया की हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काटने वाले पादरी और नन को पेरोल !

केरल की कम्युनिस्ट नेतृत्व वाली सरकार ईसाइयों की दास होने से स्वयं के अधिकारों का प्रयोग कर खूनियों को सहायता करने का इस प्रकार प्रयास कर रही है । इस विषय में ढोंगी धर्मनिरपेक्षतावादी और कानून प्रेमी मुंह नहीं खोलते, यह ध्यान दें !

मंदिर, मठ आदि स्थलों से ५ किमी के परिसर में गोमांस के क्रय-विक्रय पर प्रतिबंध होगा  !

आवश्यक प्रमाणपत्र प्राप्त किए बिना मवेशियों का वध नहीं किया जा सकेगा !
असम सरकार का नया गोधन संरक्षण विधेयक

कोरोना नियमों का पालन न करने पर तीसरी लहर का संकट अधिक ! – इंडियन मेडिकल एसोसिएशन

तीसरी लहर के संकट को देखते हुए हमें अत्यंत सावधानी से कदम उठाने की आवश्यकता है । इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने एक प्रसिद्धीपत्रक द्वारा कहा

असम सरकार द्वारा  कोरोना से मृत हुए व्यक्तियों की पत्नी को ढाई लाख रुपए की सहायता  !

मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने ऐसी १७६ विधवाओं को प्रति व्यक्ति ढाई लाख रुपये की सहायता प्रदान कर यह योजना आरंभ की है ।

रा स्व संघ  देश के मुसलमान-बहुल क्षेत्रों में शाखाएं खोलेगा  !

अपेक्षा है कि संघ की इन शाखाओं के माध्यम से मुसलमानों में अधिकाधिक राष्ट्रप्रेम निर्माण होकर वे राष्ट्रीय मुख्यधारा में सहभागी होंगे  !

कांग्रेस हिंदू विरोधी पार्टी होने के कारण मुझे पूजा-पाठ करने से रोकती है! – कांग्रेस के विधायक राकेश सिंह

कांग्रेसवालों को इतनी देर से यह कैसे ध्यान में आ रहा है ?

ट्विटर में देवताओं की मूर्ति के साथ हिंदू युवती के चित्र पर हिंदू विरोधियों की ओर से टिप्पणी !

‘नासा’ को इस देवता के विषय में कुछ भी आपत्ति नहीं, तो तथाकथित वैज्ञानिकों को इतना कष्ट क्यों हो रहा है? क्या उनको केवल अपना हिंदूद्वेष प्रकट करना है ?

अधिकतर धर्मों के लोग हिंदुओं के वंशज ! – आसाम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा

गोहाटी (आसाम) – हिंदुत्व का प्रारंभ ५ सहस्र वर्ष पूर्व  हुआ है । उसे कोई रोक नहीं सकता । हिंदुत्व एक जीवन पद्धति है । इस कारण इसे कोई कैसे रोक सकता है ? अधिकतर सभी धर्मों के लोग हिंदुओं के वंशज हैं । इस कारण हिंदुत्व को हटाया नहीं जा सकता । ऐसा करना … Read more

अल-कायदा के आतंकवादियों के पास मिला श्री राम मंदिर का मानचित्र  !

ध्यान रखें कि, आतंकवादियों का धर्म होता है एवं वे हिन्दुओं तथा उनके धार्मिक स्थलों को लक्ष्य बनाते हैं, यह बात बार-बार सामने आती है ।

कलोल (गुजरात) में धर्मांध थाने पर आक्रमण कर गोमांस से भरा वाहन लेकर भाग गए !

पुलिस थाने सहित  स्वयं की  रक्षा भी न कर पानेवाली पुलिस किस काम की ? यदि २-३  आतंकवादी कल सशस्त्र आक्रमण करते हैं, तो क्या पुलिस जीवित भी रह पाएगी ? इससे स्पष्ट है कि उन्हें दिया जाने वाला प्रशिक्षण कितना अप्रभावी है !