संयुक्त राष्ट्रों में फिर से एक बार भारत ने पाकिस्तान को लगाई फटकार !
न्यूयॉर्क (अमेरिका) – सभी दृष्टि से पाकिस्तान का इतिहास संदेहास्पद है, ऐसे शब्दों में भारत ने संयुक्त राष्ट्रों में पाकिस्तान की आलोचना की । संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्तानी प्रतिनिधि ने भारत के विरुद्ध वक्तव्य दिया था । उसने श्रीराम मंदिर और नागरिकता संशोधन कानून पर वक्तव्य दिए थे । इसपर भारत ने यह प्रत्युत्तर दिया ।
संयुक्त राष्ट्रों में नियुक्त भारतीय प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा कि,
१. संसार की इस कठिन परिस्थिति में हम शांति प्रस्थापित करने का प्रयत्न कर रहे हैं । ऐसी परिस्थिति में पाकिस्तान का वक्तव्य सभ्यता के विरुद्ध है । उनका यह स्वभाव हमारे प्रयत्नों में बाधा हो सकता है ।
२. भारत केवल हिन्दू, बौद्ध, जैन और सिखों का जन्मस्थान नहीं, किंतु वह इस्लाम, ईसाई, ज्यू एवं पारसियों का भी आश्रयस्थान है । दीर्घ काल से इन धर्माें के लोग यहां आश्रय ले रहे हैं । विश्व में भारत की विविधता का यह सबसे बडा प्रमाण है ।
३. पाकिस्तान राजनैतिक मूल्यों का पालन करें, ऐसी हम अपेक्षा करते हैं । प्रत्येक विषय में सब से संदेहास्पद इतिहास जिसका है, क्या ऐसे देश से ऐसी अपेक्षा करनी भी अनुचित है ?
४. आतंकवाद शांति और सभी धार्मिक मूल्यों के विरुद्ध है । वह दिशाहीन करता है, शत्रुता को प्रोत्साहित करता है और धार्मिक मूल्यों को दुर्बल बनाता है । भारत का यह विश्वास है कि सभी देशों को शांति की भावना के लिए एकत्रित काम करना चाहिए । यह आवश्यक है ।
संपादकीय भूमिका
पाकिस्तान को भारत ने अनेक बार संयुक्त राष्ट्र तथा अन्य वैश्विक मंचों पर फटकार लगाई है, तब भी वह निर्लज्जता से बार-बार भारत के विरुद्ध बोलना जारी ही रखता है । पाकिस्तान जैसों को शब्दों की नहीं, अपितु उसकी समझ में आए, ऐसी भाषा में ही उत्तर देना आवश्यक है ! |