अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से पुलिस से कार्यवाही करने की मांग
पुडुचेरी – यहां के पुडुचेरी विश्वविद्यालय के वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘ऐझिनी’ में ‘सोमायनम’ नाटक प्रस्तुत किया गया था । इस नाटक में रामायण के पात्रों को विकृत और अपमानजनक ढंग से चित्रित किया गया । विश्वविद्यालय में भाजपा के अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से ‘सोमायनम’ नाटक के दिग्दर्शक और अन्य कलाकारों के विरोध में तत्परता से पुलिस कार्यवाही करने की मांग की है । अभिव्यक्ति स्वतंत्रता के नाम पर विश्वविद्यालय के कुछ लोगों की ओर से धार्मिक भावना और सांस्कृतिक दृष्टि से संवेदनशील होने वाली बातों का अपमान किया जाता है, ऐसा ‘अभविप’ के विद्यार्थियों ने कहा है ।
Karyakartas of @ABVPPondicherry University protested against the Department of Performing Arts, Pondicherry University for organising a derogatory play on Prabhu Shri Ram and Mata Sita.
Such actions under the guise of creative liberty are unacceptable. Respect for religious… pic.twitter.com/jLeOVC7TSe
— ABVP (@ABVPVoice) March 31, 2024
नाटक के अपमानजनक प्रसंग
१. सीता के अपहरण के प्रसंग के पूर्व सीता रावण को गोमांस खाने के विषय में पूछती हैं, ऐसे दिखाया गया है ।
२. सीता की अग्निपरीक्षा अपमानजनक होने का संदेश नाटक के माध्यम से दिया गया ।
३. इस नाटक में सीता की कथा दिखाने के लिए ‘गीता’ इस पात्र का प्रयोग किया गया था । गीता नाम के इस पात्र को रावण के साथ नाचते हुए दिखाया गया है ।
५. सीता रावण को कहती है कि, मैं विवाहित हूं; लेकिन हम मित्र हो सकते हैं ।
संपादकीय भूमिकाइस प्रकार से हिन्दुओं के देवताओं का अपमान करने वालों पर देश में कठोर दंड न होने से ऐसी घटनाएं हो ही रही हैं । यह स्थिति हिन्दू राष्ट्र अपरिहार्य करती है ! |