इस संबंध में विधेयक को कैबिनेट की स्वीकृति
गौहाटी (असम) – असम सरकार उपचार के नाम पर जादू-टोने पर सख्त हो गई है । इस प्रकार के व्यवहार को रोकने के लिए मंत्रियों की कैबिनेट ने एक विधेयक पारित किया है । विधेयक में जादू-टोना करने वालों के विरुद्ध कठोर दंडात्मक कार्रवाई का प्रावधान है । मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में यह निर्णय लिया गया । विधेयक का उद्देश्य कुछ जन्मजात रोगों जैसे बहरापन, गूंगापन, अंधापन, शारीरिक विकृति तथा ऑटिज़्म (जो मुख्य रूप से सामाजिक संपर्क में बाधा डालता है) के उपचार के नाम पर जादू टोना की प्रथा को रोकना तथा समाप्त करना है ।
At the meeting of the #AssamCabinet we resolved to
👉 Introduce a bill to prohibit the practice of magical healing
👉 ₹259 cr for a Wildlife Safari and Rescue Centre at Namdang Reserve Forest
👉 Selected 10 cities/towns for a dedicated sustainable development program
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— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) February 10, 2024
मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि कैबिनेट ने ’असम उपाय (बुराई निवारण) विधेयक, २०२४’ पारित किया । इससे जादू-टोने द्वारा उपचार पर र्पूणरूप से रोक लग जाएगी । उपचार के नाम पर निर्धनों से धन लूटने वाले चिकित्सकों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी ।