Jammu Kashmir Terrorism : वर्ष २०२३ में जम्मु-कश्मीर की आतंकवादी कार्यवाहियों में ६३ प्रतिशत की कमी !

पुलिस महासंचालक द्वारा प्राप्त जानकारी !

जम्मु-कश्मीर के पुलिस महासंचालक आर.आर. स्वेन जानकारी देते हुए

श्रीनगर (जम्मू-कश्मीर) – ऐसा सामने आया है कि वर्ष २०२३ में जम्मू-कश्मीर में जिहादी आतंकवादियों द्वारा की जानेवाली कार्यवाहियों की संख्या में भारी मात्रा में कमी आई है । जम्मू-कश्मीर के पुलिस महासंचालक आर.आर. स्वेन द्वारा दी जानकारी के अनुसार वर्ष २०२३ में ४८ आतंकवाद विरोधी कार्यवाहियों में ७६ आतंकवादी मारे गए । इनमें से ५५ आतंकवादी विदेशी थे । वर्ष २०२२ की तुलना में आतंकवादी घटनाओं में ६३ प्रतिशत कमी आई है । पीछले वर्ष राज्य में १२५ आतंकवादी घटनाएं हुई थीं । इस वर्ष यह संख्या ४६ पर आई है । पुलिस महासंचालक ने ३० दिसंबर को यह जानकारी दी ।

पुलिस महासंचालक स्वेन ने बताए आंकडे इस प्रकार हैं !

१. वर्ष २०२३ में जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के २९१ सहयोगियों को बनाया गया बंदी !

२. सार्वजनिक सुरक्षा कानून के अंतर्गत २०१ ‘ओव्हरग्राउंड वर्कर्स’ पर अपराध प्रविष्ट ! (जिहादी आतंकवादियों को पैसा देना, उनके निवास का प्रबंध करना, यातायात के लिए साधन उपलब्ध करवाना आदि सहायता करनेवाले लोग अर्थात ‘ओव्हरग्राउंड वर्कर्स’ !)

३. आतंकवादियों की भरती में भी ८० प्रतिशत कमी : वर्ष २०२२ में यह संख्या थी १३०, अब केवल २२ !

४. जम्मू-कश्मीर में ३१ स्थानीय आतंकवादी मिले । आज तक की यह सबसे कम संख्या है !

५. राज्य में स्थानीय नागरिकों की हत्याओं की घटनाएं भी अल्प हुई हैं तथा पीछले वर्ष की तुलना में यह ३१ से १४ हुई हैं !

६. वर्ष २०२२ में १४ पुलिस हुतात्मा हुए, तो इस वर्ष यह संख्या ४ हुई, जिसमें ७१ प्रतिशत कमी आई !

७. आतंकवाद तथा पृथकतावाद से संबंधित १७० करोड रुपयों की संपदाएं अधिग्रहित !

८. पुलिस ने ८ सहस्र बनावटी सोशल मीडिया खाते ढूंढ निकाले । इनमें से अधिकांश देश के बाहर से सक्रिय !

९. अनेक लोगों के बैंक खाते भी बंद किए गए !

१०. जम्मू विभाग के राजौरी तथा पुंछ जिलों में इस वर्ष आतंकवादी कार्यवाहियों में वृद्धि ! दोनों जिलों में १९ सैनिक तथा ७ नागरिकों की मृत्यु !

संपादकीय भूमिका 

भारत के सुरक्षातंत्रों ने किया यह कार्य गौरवास्पद ही है । इजरायल जिस प्रकार हमास को नष्ट करने के लिए गाजा पर आक्रमण कर रहा है, उसी प्रकार उसके मित्रराष्ट्र भारत को अब पाकव्याप्त कश्मीर में घुसकर आतंकवादियों के सभी अड्डों को नष्ट कर देना चाहिए, ऐसा ही राष्ट्रभक्त जनता को लगता है !