टोकीयो (जापान) – जापान के ‘इंटरस्टेलर टेक्नोलॉजीस’ नामक प्रतिष्ठान ने गाय के गोबर से इंधन बनाया है । इसके द्वारा रॉकेट (प्रक्षेपास्त्र) इंजन सफलतापूर्वक चलाया गया । इस इंधन के परीक्षण में दिखाई दिया कि रॉकेट से १५ मीटर दूरी तक ज्वालाएं निकल रही थी । इसका वीडियो जालस्थल पर प्रसारित हुआ है । इस रॉकेट को विकसित करनेवाला प्रतिष्ठान अन्य एक बडा रॉकेट बनाने का प्रयत्न कर रहा है ।
(सौजन्य : euronews)
१. ‘बॅरन’ नामक जालस्थल पर इस घटना का समाचार प्रसिद्ध किया गया है । इस इंधन की जांच जापान के तायकी शहर में की गई । इस रॉकेट में गाय के गोबर से बनाए इंधन का नाम ‘बायोमिथेन’ है । गोपालन करनेवाले स्थानीय लोगों से इसके लिए गोबर खरीदा गया था । इसके द्वारा प्रथम गैस और तत्पश्चात इंधन विकसित किया गया ।
२. ‘इंटरस्टेलर टेक्नोलॉजीस’ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ताकाहिरो इनागावा ने बताया कि गाय के गोबर से बनाए इस इंधन का उपयोग केवल पर्यावरण के लाभ के लिए ही नहीं किया गया । इसका उपयोग स्थानीय स्तर पर भी किया जा सकता है । यह सस्ता और शुद्ध है । हम यह नहीं बता सकते कि इसका उपयोग सभी करें; परंतु हम एक निजी प्रतिष्ठान हैं और हम इसका उपयोग कर रहे हैं ।
३. ‘इंटरस्टेलर’ ने ‘एअरवॉटर’ नामक प्रतिष्ठान से समझौता किया है । यह प्रतिष्ठान किसानों से बायोगैस इकठ्ठा करता है । साथही इस प्रतिष्ठान की बडी गोशाला है, जहां गाय के गोबर से बायोगैस बनाया जाता है ।
४. यह प्रयोग करनेवाले एक अभियंता तोमोहिरो निशिकावा ने बताया कि इस क्षेत्र की गायों में बहुत क्षमता है । जापान के पास एक ऐसा इंधन स्रोत होना चाहिए, जिससे उसे विदेशों पर निर्भर रहना नहीं पडेगा ।
५. रॉकेट के इंजन के लिए गोबर से बनाए इंधन का उपयोग किया जाने से स्थानीय लोग तथा पशुपालक संतुष्ट है । उनका कहना है कि ऐसे इंधन से रॉकेट को उडता देखना सुखद होगा । इन लोगों ने जापान सरकार को इस विषय में आगे आने का अनुरोध किया है ।
संपादकीय भूमिकाक्या गाय के गोबर और गोमूत्र को अपमानित करनेवाले अब तो उसका महत्त्व समझेंगे ? |