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नई देहली – ५७ इस्लामी देशों के ‘ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन’ (ओआइसी) संगठन ने जम्मू-कश्मीर पर पुन: एक बार भारतविरोधी विधान किया है । इस संगठन ने भारत को जम्मू-कश्मीर के नागरिकों को मूलभूत मानवाधिकारों का मान रखने का आवाहन भी किया है । कहा जा रहा है कि ओआइसी के इस विधान के पीछे पाकिस्तान है । इसप्रकार भारत पर आंतरराष्ट्रीय दबाव लाने का प्रयत्न किया जा रहा है ।
OIC General Secretariat Reiterates its Call on International Community to Step Up Efforts to Resolve Jammu and Kashmir Issue: https://t.co/kXwDXdvg5t pic.twitter.com/sunGpdXRLR
— OIC (@OIC_OCI) October 27, 2023
ओआइसी के प्रधान सचिव हिसेन ब्राहिम ताहा द्वारा प्रसारित किए गए निवेदन में कहा है कि २७ अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर का भारत में विलय हुआ था । कश्मीर की समस्या के विषय में आंतरराष्ट्रीय समुदाय को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावानुसार कदम उठाना आवश्यक है । हम जम्मू-कश्मीर में लोगों के स्वयंनिर्णय के अधिकार का समर्थन करते हैं ।
संपादकीय भूमिकाभारत को अपने ही देश में क्या करना चाहिए और क्या नहीं ?, यह कहने का अधिकार इस संगठन को किसने दिया ? भारत के अंतर्गत प्रश्न में नाक न घुसेडें, ऐसी चेतावनी भारत को इस संगठन को देनी चाहिए ! |