अमेरिका की प्रत्येक तृतीय वयस्क छात्रा के मन में आता है आत्महत्या का विचार !

१३% छात्राएं तथा ७% छात्रों ने किया है आत्महत्या का प्रयास !

(प्रतिकात्मक छायाचित्र)

अटलांटा (अमेरिका) – अमेरिका के विद्यालयों में वर्ष २०२१ में प्रत्येक तृतीय छात्रा के मन में आत्महत्या करने का विचार आता था । इसमें वर्ष २०१० के उपरांत अत्यधिक वृद्धि हुई है, ऐसा निरीक्षण ‘यू.एस. सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन’ ने (अमेरिकी सरकार के रोग नियंत्रण और प्रतिबंध के लिए कार्यरत संगठन ने ) किया है ।

१. वर्ष २०२१ में किए एक सर्वेक्षण के अनुसार ६०% वयस्क लडकियों को व्यथित अथवा दुखी होने जैसा लगता है । यह संख्या एक दशक में सर्वाधिक थी । यह समस्या कोरोना महामारी के कारण नहीं है । पिछले एक दशक में युवकों की निराशा में वृद्धि हुई है ।

२. वर्ष २०२१ में विद्यालयों की ३०% छात्राओं ने बताया कि उनके अन्दर आत्महत्या के विचार प्रबल थे । २४% छात्राओं ने आत्महत्या करने की योजना भी बनाई थी । १३% छात्राओं को आत्महत्या का प्रयास करने के उपरांत चिकित्सकीय सहायता लेनी पडी । छात्रों में यह मात्रा छात्राओं की तुलना में अल्प थी ।

संपादकीय भूमिका 

क्या यही प्रगति विज्ञान के आधार पर अमेरिका द्वारा प्राप्त की गई है ? शिक्षा, पैसा अथवा भौतिक सुखों के कारण मनुष्य के मनोबल में वृद्धि नहीं होती, उस हेतु अध्यात्म की सहायता आवश्यक है, यही हिन्दू धर्म बताता है !