‘जिहादी वधू’ शमीमा बेगम को नागरिकता देने से ब्रिटेन ने मना किया !

इस्लामिक स्टेट के आतंकवादी से विवाह करने का प्रकरण

लंदन – इस्लामिक स्टेट के आतंकवादी से विवाह करने के कारण ‘जिहादी वधू’ के रुप में पहचानी जाने वाली शमीमा बेगम को ब्रिटेन ने नागरिकता देने से मना कर दिया है । वर्ष २०१५ में इस्लामिक स्टेट में सहभागी होने के लिए वह ब्रिटेन से सीरिया गई थी । सीरिया में इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों ने विश्वभर की मुसलमान युवतियों को ‘सीरिया आकर इस्लामिक स्टेट के जिहादी आतंकवादियों से विवाह करें’, ऐसा आवाहन किया था । इसके उपरांत अनेक देशों की धर्मांध युवतियां सीरिया गई थीं । शमीमा बेगम उनमें से एक थी ।

१. शमीमा के सीरिया जाने के उपरांत उसकी ब्रिटिश नागरिकता छीन ली गई थी । इसके विरोध में शमीमा ने ब्रिटिश न्यायालय में मुकदमा प्रविष्ट किया था ।

२. ब्रिटेन के न्यायालय ने कहा कि, ‘शमीमा की ब्रिटिश नागरिकता वापस लिए जाने का गृह विभाग का निर्णय योग्य होने के कारण उस पर रोक नहीं लगाई जाएगी ।’

३. सीरिया में इस्लामिक स्टेट के पतन काल में, शमीमा वर्तमान में सीरिया में एक शरणार्थी शिविर में रह रही है । उसे २ बच्चे हैं । उसने अनेक बार ब्रिटिश सरकार से क्षमा मांगते हुए ब्रिटिश नागरिकता देने की मांग की थी; लेकिन ब्रिटिश सरकार ने उसकी मांग को बार-बार ठुकरा दिया है ।

संपादकीय भूमिका

आतंकवादी से विवाह करने वाली युवती के विरोध में कठोर नीति अपनाने वाले ब्रिटेन से भारन को सीख लेनी चाहिए !