नई देहली – हिंडेनबर्ग कंपनी का ब्योरा आने से अदानी उद्योग समूह की दुर्दशा होते हुए दिख रहा है । इस ब्योरे के अनुसार इस उद्योग समूह पर भ्रष्टाचार किए जाने का ठप्पा लगाया है । इसका परिणाम इस कंपनी पर हो रहा है । अदानी इंटरप्राइजेस के शेयर्स में ३ फरवरी की सुबह ३५ प्रतिशत की गिरावट प्रविष्ट की गई । इस कारण एक शेयर की कीमत ३ सहस्र ५०० रुपए से १ सहस्र रुपए पर आ गई है । इसी प्रकार से ९ दिनों में इस समूह के शेयर्स ७० प्रतिशत गिरे हैं । इस घटनाक्रम के उपरांत अमेरिका के ‘डाऊ जोंस स्टॉक एक्सचेंज’ ने अदानी इंटरप्राइजेस को बाहर निकाल दिया है ।
Adani Enterprises का शेयर 35% टूटा, 10 दिनों में निवेशकों के डूब गए 10 लाख करोड़, पढ़िए शुरू से अब तक क्या-क्या हुआ#StockMarket #sharemarket #stocks #Shares https://t.co/BY44LbD1nh
— Zee Business (@ZeeBusiness) February 3, 2023
अदानी उद्योग समूह ऋण वापसी कर रहा है ! – स्टेट बैंक ऑफ इंडिया
अदानी समूह को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अभी तक २१ सहस्र करोड रुपए का ऋण दिया है । इस विषय में इस बैंक के अध्यक्ष दिनेश कुमार खारा ने कहा कि, अदानी समूह ऋण वापसी कर रहा है । अब बैंक द्वारा दिए गए ऋण के बारे में चिंता करने का कोई कारण नहीं है।
बांगलादेश द्वारा अदानी समूह से ऊर्जा संबंधित हुए समझौते में सुधार करने की मांग !
बांगलादेश सरकार ने अदानी समूह के साथ ऊर्जा क्षेत्र में हुए समझौते में सुधार करने की मांग की है । अदानी समूह की बिजली अत्यधिक महंगी है । उन्हें इसे सस्ता करना चाहिए, ऐसा सरकार का कहना है ।
संसद में हिंडेनबर्ग के ब्योरे के कारण दूसरे दिन भी शोरगुल
हिंडेनबर्ग के ब्योरे के कारण संसद में ३ फरवरी को भी विरोधी पार्टियों की ओर से शोरगुल किया गया । उन्होंने इस ब्योरे के आधार पर अदानी समूह पर किए गए आरोपों की जांच करने की मांग की है । इस मांग के कारण हुए शोरगुल में २ फरवरी के दिन संसद का कामकाज स्थगित कर दिया गया था । ३ फरवरी को दोपहर २ बजे तक कामकाज स्थगित किया गया ।