भगवान श्रीकृष्ण एवं हनुमान विश्व के सबसे महान कूटनीतिज्ञ ! – एस. जयशंकर, विदेशमंत्री

जयशंकर ने अपनी पुस्तक प्रसिद्धि के कार्यक्रम में दिया वक्तव्य !

विदेशमंत्री एस. जयशंकर

पुणे – भारत के विदेशमंत्री एस. जयशंकर ने अपना मत व्यक्त किया है कि ‘भगवान श्रीकृष्ण एवं हनुमान विश्व के सबसे महान कूटनीतिज्ञ हैं । नीतिमानता के संयम का बडा उदाहरण अर्थात श्रीकृष्ण ! श्री हनुमानजी तो कूटनीति को भी पार कर गए थे । वे लंका गए, वहां उन्होंने सीतामाता से संपर्क किया, लंका को आग भी लगाई’ । जयशंकर लिखित ‘द इंडिया वे : स्ट्रैटेजीज फार एन अनसर्टन वर्ल्ड’ के मराठी भाषा की पुस्तक का लोकार्पण २८ जनवरी को किया गया । ‘भारत मार्ग’ मराठी भाषांतरित पुस्तक का नाम है । उस समय आयोजित कार्यक्रम में वे बोल रहे थे । जयशंकर ने कूटनीतिज्ञ होने की परिभाषा बताते समय महाभारत एवं रामायण का महत्त्व विशद किया ।

जयशंकर ने आगे कहा कि, ‘श्रीकृष्णजी ने हमें धैर्य कैसे बनाए रख्खें ?’, यह सिखाया । श्रीकृष्णजी ने शिशुपाल के १०० अपराध क्षमा किए;  तदुपरांत उसका वध किया । कौरव तथा पांडवों के मध्य महाभारत का युद्ध हुआ था । लोग कहते है कि, इतिहास एवं धार्मिक ग्रंथों से हमें नया दृष्टिकोण मिलता है । कूटनीति के दृष्टिकोण से यदि हम श्रीकृष्णजी एवं हनुमानजी की ओर देखें, तो उनकी महानता की प्रतीति होगी । ‘हनुमानजी को कौनसा कार्य सोंपा गया था ?’, ‘वह कार्य हनुमानजी ने किस प्रकार पूर्ण किया ?’, अपनी बुद्धीमत्ता का परिचय देते हुए वे इतने आगे निकल गए कि, उन्होंने कार्य तो पूर्ण किया ही; परंतु आगे जाकर लंका भी भस्मसात की ।