पाकिस्तान चला रहा है आतंकवादियों के भर्ती केंद्र एवं ठिकाने ! – एस. जयशंकर

भारत के विदेशमंत्री एस. जयशंकर

वियेना (ऑस्ट्रिया) – भारत के विदेशमंत्री एस. जयशंकर ने वक्तव्य दिया है कि पाकिस्तान ही वह देश है, जिसने हमारे देश की संसद पर आक्रमण किया । यह वही देश है, जिसने हमारी मुंबई पर आतंकवादी आक्रमण किया । यह वही देश है, जो हमारे देश के हॉटेल्स एवं पर्यटनस्थलों को लक्ष्य बनाता है, जो प्रतिदिन घुसपैठियों को आतंकवादी कार्रवाई करने के लिए भारत में भेजता है । पाकिस्तान आतंकवादियों के भर्ती केंद्र एवं ठिकाने चला रहा है । आपके (पाकिस्तान के) सीमा क्षेत्र में आतंकवादी मुक्त होकर टहलते रहते हैं, आपकी सीमारेखा पर उनका नियंत्रण होता है । क्या इस विषय में पाकिस्तान को कुछ भी ज्ञात नहीं’ ? ऑस्ट्रिया की ओ.आर.एफ. वाहिनी के एक लोकप्रिय कार्यक्रम में लिए गए साक्षात्कार के समय पाकिस्तान के संदर्भ में पूछे गए प्रश्नों के उत्तर देते हुए उन्होंने उपरोक्त वक्तव्य दिया । उन्होंने आगे कहा कि आतंकवादी, सेना की कूटनीति का उपयोग आतंकवादी प्रशिक्षण की कार्रवाई के लिए करते हैं । आतंकवाद विश्व की सबसे बडी समस्या है’ । उन्होंने युरोपियन देशों को फटकारा कि आतंकवाद दूसरे देश का व्यक्तिगत प्रश्‍न है, ऐसा मानकर उसकी अनदेखी न करें ।

पाक के हितैषी पत्रकार एवं उसको स्पष्ट उत्तर देनेवाले जयशंकर !

१. साक्षात्कार के समय जयशंकर को कहा गया कि आपने इससे पूर्व कहा था कि पाकिस्तान आतंकवाद का केंद्रबिंदु है । क्या पाक के लिए केंद्रबिंदु शब्द का प्रयोग उचित होगा ? (इससे क्या ऐसा समझें कि युरोपियन प्रसारमाध्यमों को पाकिस्तान से कितना लगाव है, ? – संपादक)

२. तब जयशंकर ने कहा, ‘मैं परराष्ट्रनीति विशेषज्ञ हूं, इसका अर्थ यह न निकालें कि मैं सच बोल नहीं सकता । पाक को ‘आतंकवाद का केंद्रबिंदु’ न कहते हुए मैं अधिक कठोर शब्द का प्रयोग कर सकता था । वर्तमान में भारत के साथ जो कुछ घटित हो रहा है, इसके लिए ‘केंद्रबिंदु’ शब्द का प्रयोग भी सौम्य है । यह आतंकवादी कार्रवाई दिनदहाडे हो रही है । ऐसे समय में हम कैसे मानकर चलें कि पाकिस्तान एक सार्वभौम देश है एवं जो अपने देश को नियंत्रित करता है उसको इस विषय में जानकारी ही न हो ? इन ठिकानों पर आतंकवादियों को सेना के समान युद्धनीति का प्रशिक्षण दिया जाता है ।

चीन ने समझौता रद्द कर सीमा पर स्थिति में परिवर्तन लाने का प्रयास किया, इसलिए चीन के साथ निरंतर तनाव ! – जयशंकर

चीन के संदर्भ में बोलते समय विदेशमंत्री जयशंकर ने कहा कि चीन ने भारत के साथ हुआ समझौता रद्द किया एवं प्रत्यक्ष नियंत्रण रेखा को एकतरफा परिवर्तन करने का प्रयास किया । इसलिए चीन के साथ निरंतर तनाव है ।

जयशंकर ने आगे कहा कि यह उपग्रहों का युग है । इसके द्वारा सीमा पर क्या गतिविधियां हो रही हैं, छायाचित्रों द्वारा यह स्पष्टता से देख सकते हैं । इन छायाचित्रों को आप अस्वीकार नहीं सकते । चीन के साथ हमारा समझौता था कि सीमा पर दोनों देश बडी मात्रा में सेना नियुक्त नहीं करेंगे । परंतु चीन ने इसका पालन नहीं किया । इसीलिए दोनों देशों में तनावपूर्ण स्थिति है । यदि आप छायाचित्र देखते हों, तो आपकी समझ में आएगा कि सीमा क्षेत्र में प्रथम सेना को किसने भेजा ?

संपादकीय भूमिका

जनता की अपेक्षा है कि भारत आतंकवादियों के भर्ती केंद्र एवं ठिकानों को नष्ट करके भारत तथा कुछ सीमा में पूरे विश्व को आतंकवाद मुक्त करने के लिए कदम उठाए !