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भाग्यनगर (तेलंगाना) – यहां की सायबराबाद पुलिस ने एक बडे देह व्यापार का जाल सामने लाया है । इस प्रकरण में अबतक १८ लोगों को बंदी बनाया गया है । बंदियों में रेडिसन उपाहारगृह के व्यवस्थापक भी सम्मिलित हैं । ‘कॉल सेंटर’ एवं वाट्स एप द्वारा इसका ऑनलाईन संचालन किया जाता था । अनेक राज्यों में यह जाल फैल गया था । इसमें मादक (नशीले) पदार्थ भी सिम्मिलित हैं ।
#Cyberabad‘s Anti-Human trafficking unit has busted a online #SexRacket,which trafficked 14,190 victims from various states of India since three years.
It is our collective duty to respect women and extend a helping hand by being vigilant & alerting authorities. #CyberabadPolice pic.twitter.com/7WzpUhJ4Un
— Cyberabad Police (@cyberabadpolice) December 6, 2022
१. देहली, भाग्यनगर एवं बेंगलुरू में ‘कॉल सेंटर’ थे । वहां से वाट्स एप के माध्यम से ग्राहकों से संपर्क किया जाता था । देह व्यापार के इस धंधे में १४ सहस्र १९० महिलाओं को धकेला जा चुका है । उनमें से कुछ महिलाएं रूस, उजबेकिस्तान एवं थाईलैंड (देशों) से हैं ।
२. पुलिस की दी जानकारी के अनुसार ये अपराधी देश के विविध भागों से महिलाओं का क्रय करते थे । उसके लिए वे जालस्थल एवं सामाजिक माध्यमों द्वारा विज्ञापन देते थे । तदुपरांत ग्राहकों को वाट्स एप के माध्यम से महिलाओं के छायाचित्र भेजे जाते थे । ग्राहकों को अच्छी लगनेवाली महिला को उन तक भेजने का प्रबंध किया जाता था । केवल सायबराबाद एवं भाग्यनगर के ७० प्रतिशत देह व्यापार के लिए यह जाल ही मुख्य कारण है ।
३. मुख्य अपराधियों में से मुहम्मद अब्दुल सलमान उर्फ ऋषि ने अबतक ९०० महिलाओं का प्रयोग किया है । वह गत ६ वर्षों से इस व्यापार में लिप्त है । अन्य अपराधियों में मुहम्मद समीर, मुहम्मद अब्दुल रफीक खान, मुहम्मद अफसर, हरबिंदर कौर आदि समाहित हैं ।
संपादकीय भूमिकायदि यह जाल पूरे देश में सक्रिय था, तो अन्य राज्यों की पुलिस एवं गुप्तचर तंत्रों को यह जानकारी क्यों नहीं मिली ? |