(कहते हैं) ‘हमने जाकिर नाइक को आमंत्रित नहीं किया है !’

भारत की आपत्ति पर कतर का स्पष्टीकरण !

दोहा (कतर) – कतर में हो रही ‘फुटबॉल’ विश्वकप स्पर्धा में उपस्थित रहने के लिए कतर ने जाकिर नाईक को आमंत्रित किया था । जाकिर नाईक भारत के लिए भगौडा (भागा हुआ) है । वर्तमान में वह कतर में धार्मिक व्याख्यान दे रहा है । भारत ने उसे आमंत्रित करने के लिए कतर पर आक्षेप लगाया है । कतर ने अब इस पर स्पष्टीकरण दिया है । कतर ने कहा है कि हमने जाकिर को कोई आधिकारिक निमंत्रण नहीं दिया था । अन्य देशों ने जानबूझकर कतर और भारत के मध्य संबंधों को हानि पहुंचाने के लिए भ्रामक सूचना फैलाई ।

१. भारत ने कतर पर आपत्ति दर्शाते हुए कहा था कि यदि जाकिर नाइक को गणमान्य व्यक्तियों के कक्ष में बैठने और ‘फुटबॉल मैच’ देखने की अनुमति दी गई, तो हमें अपने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड की यात्रा निरस्त करनी पडेगी; परंतु तदुपरांत धनखड स्पर्धा के उद्घाटन समारोह में उपस्थित रहे थे ।

२. अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन की संस्था ‘मिडल ईस्ट मीडिया रिसर्च इन्स्टिट्यूट’ ने सर्वप्रथम कहा था कि जाकिर को उद्घाटन समारोह के लिए कतर ने आमंत्रित किया है ।

संपादकीय भूमिका

कतर के इस व्यक्तव्य पर कौन विश्वास करेगा ? यदि जाकिर नाइक को कतर ने आमंत्रित नहीं किया होता तो वह ‘फुटबॉल’ जैसे खेल के लिए अचानक वहां क्यों और किस लिए पहुंचा ?