सलमान रश्दी पर हुए आक्रमण से हमारा संबंध नहीं ! – इरान

आक्रमणकर्ता है इरान का कट्टर समर्थक !

तेहरान  (इरान) – न्यूयॉर्क में १२ अगस्त को हुए एक कार्यक्रम में भारतीय वंश के अमेरिकन मूलनिवासी लेखक सलमान रश्दी पर हुए आक्रमण से हमारा संबंध नहीं है, ऐसा स्पष्टीकरण इरान के विदेश मंत्रालय ने किया है । २४ वर्षीय हादी मातर नामक युवक ने रश्दी पर चाकू से आक्रमण किया था । इसमें रश्दी को गंभीर चोटें आईं हैं एवं उन पर उपचार शुरू है । उनकी एक आंख सदा के लिए क्षतिग्रस्त होने की भी आशंका बताई जा रही है ।

मातर की जांच करने पर उसके कट्टर इरानी समर्थक होने की बात सामने आई है । ८० के दशक में ‘सटैनिक वर्सेस’ (शैतान की आयतें (वाक्य) ) पुस्तक लिखने से रश्दी को हत्या करने की धमकियां मिली थीं । इरान के तत्कालीन सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खोमेनी ने वर्ष १९८९ में रश्दी के विरोध में फतवा निकाला था । आक्रमणकर्ता मातर ने अपनी फेसबुक पर अयातुल्ला खोमेनी और वर्तमान के इरान प्रमुख अयातुल्ला खामेनी के छायाचित्र रखे हैं । अमेरिकी मीडिया समूह ‘एन. बी.सी.’ के अनुसार हादी मातर ने इरान एवं खोमेनी की निजी सेना ‘रिवल्यूशनरी गार्ड्स’ के समर्थन में भी अनेक पोस्ट्स किए हैं । उसने शिया कट्टरवाद को प्रोत्साहित करने हेतु भी पोस्ट्स किए हैं ।

रश्दी पर आक्रमण एक षड्यंत्र ! – अमेरिका

अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा, ‘सलमान रश्दी अभिव्यक्ति स्वतंत्रता के समर्थक हैं । वे अभिव्यक्ति स्वतंत्रता के साथ धार्मिक स्वतंत्रता, प्रसारमाध्यमों की स्वतंत्रता एवं उनके सार्वभौमिक अधिकारों के लिए नित्य आवाज उठाते हैं । रश्दी पर आक्रमण एक षड्यंत्र के अंतर्गत किया आक्रमण है । उन्होंने दावा किया कि रश्दी के विरोध में इरान ने लंबे समय तक हिंसा भडकाई थी ।