‘मुसलमानों द्वारा हिन्दुओं के देवताओं के विरोध में आपत्तिजनक विधान करने की एक भी घटना मुझे याद नहीं !’

नुपूर शर्मा प्रकरण में अभिनेता नसीरुद्दीन शाह का भोलापन

नई दिल्ली – ‘मुसलमान व्यक्ति द्वारा हिन्दुओं के देवताओं के विरोध में आपत्तिजनक विधान किए जाने की एक भी घटना मुझे याद नहीं´, ऐसा विधान अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने एक समाचार चैनल को दिए साक्षात्कार में किया । नूपुर शर्मा द्वारा किए मोहम्मद पैगंबर के कथित अपमान के विषय में वे बोल रहे थे ।

उन्होंने आगे कहा कि,

. इन लोगों में (नूपुर शर्मा समान) अच्छी भावनाएं निर्माण होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आगे आकर कुछ करना चाहिए । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन लोगों को ट्विटर पर ‘फॉलो’ करते हैं । उन्हें कुछ तो करना चाहिए, उन्हें इस विष को और फैलने से रोकना चाहिए ।

२. नूपुर शर्मा को जान से मारने की धमकियां मिल रही होंगी, तो इसका विरोध करना चाहिए । इस ढंग से विचार करना भी गलत है; इसीलिए वर्तमान में पाकिस्तान और अफगानिस्तान ऐसी स्थिति में है । उन देशों का अनुकरण हमें नहीं करना है; परंतु हम कुछ स्तर पर वैसा कर रहे हैं । गाय की हत्या करने के संदेह में लोगों को मारा जाता है ।

संपादकीय भूमिका

  • हिन्दू विरोधी चित्रकार म.फि. हुसेन ने हिन्दुओं के देवी-देवताओं के कई अश्लील चित्र बनाए, नसीरुद्दीन शाह यह कैसे भूल जाते हैं ?
  •  मुसलमान आक्रमणकर्ताओं ने इस देश में हिन्दुओं के सहस्रों मंदिर गिराए, यह इतिहास शाह क्यों नहीं बताते ? अभी भी देश के अनेक हिस्सों में शाह के धर्म बंधुओं की ओर से हिन्दुओं के मंदिरों पर आक्रमण किए जाते हैं, मस्जिद के पास से हिन्दुओं के धार्मिक जुलूस निकलने पर इसके ऊपर आक्रमण होते हैं, यह शाह को क्यों नहीं दिखाई देता ?
  • ज्ञानवापी प्रकरण में अनेक इस्लामी धार्मिक नेता शिवलिंग के विषय में आपत्तिजनक विधान कर रहे हैं, शाह को यह क्यों नहीं सुनाई देता ?